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महाराष्ट्र के नौ जिलों, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के एक-एक जिले में पोल्ट्री तक फैला बर्ड फ्लू

केंद्र सरकार ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र के नौ जिलों में पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू फैलने की पुष्टि हो गई है। वहीं मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के एक-एक जिले में मुर्गियों को मारने का काम जारी है।

By Arun kumar SinghEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 10:19 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 10:19 PM (IST)
महाराष्ट्र के नौ जिलों, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के एक-एक जिले में पोल्ट्री तक फैला बर्ड फ्लू
दिल्ली में कबूतर, उल्लू और बगुलों में इस बीमारी के फैलने की पुष्टि हुई

 नई दिल्ली, प्रेट्र।  केंद्र सरकार ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र के नौ जिलों में पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू फैलने की पुष्टि हो गई है। वहीं, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के एक-एक जिले में मुर्गियों को मारने का काम जारी है। पोल्ट्री के अलावा उत्तराखंड, गुजरात और उत्तर प्रदेश में कौओं में और दिल्ली में कबूतर, उल्लू और बगुलों में इस बीमारी के फैलने की पुष्टि हुई है। 

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हालांकि, केंद्र सरकार ने राज्यों से पोल्ट्री उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने के फैसले पर पुनर्विचार करने और उन राज्यों और क्षेत्रों से आने वाले पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री की अनुमति देने का आग्रह किया है, जहां बर्ड फ्लू का प्रकोप नहीं है। भारत में बर्ड फ्लू यानी एवियन एनफ्लूएंजा दूसरे देशों से आने वाली प्रवासी पक्षियों से फैलता है, जो सितंबर और मार्च के बीच आते हैं। 

राज्यों से पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पादनों की बिक्री के फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह

केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुधन और डेयरी मंत्रालय ने बर्ड फ्लू पर नवीनतम जानकारी जारी करते हुए कहा कि शनिवार तक महाराष्ट्र के लातुर, परभणी, नांदेड़, पुणे, सोलापुर, यवतमाल, अहमदनगर, बीड़ और रायगढ़ जिलों में पोल्ट्री में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। छत्तीसगढ़ के बलोद और मध्य प्रदेश में हारदा जिले में बर्ड फ्लू से प्रभावित मुर्गियों को मारा जा रहा है। 

अफवाहों पर नहीं देना चाहिए ध्यान 

मंत्रालय ने बताया कि बर्ड फ्लू से पैदा हुए हालात पर नजर रखने के लिए गठित केंद्रीय दल स्थित की निगरानी कर रहा है। यह दल प्रभावित इलाकों का दौरा भी कर रहा है। पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पादनों की बिक्री पर रोक लगाने के फैसले पर राज्यों से पुनर्विचार करने की अपील करते हुए मंत्रालय ने कहा कि चिकन और अंड्डे को अच्छी तरह से पकाकर खाने में कोई नुकसान नहीं है। उपभोक्ताओं को अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।


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