सेना प्रमुख बिपिन रावत का बड़ा बयान, PoK को पाकिस्तान नहीं, आतंकवादी करते हैं नियंत्रित
सेना प्रमुख बिपिन रावत ने पाक अधिकृत कश्मीर को लेकर बड़ा बया दिया है। बिपिन रावत ने कहा कि जब हम जम्मू-कश्मीर की बाते करते हैं तब इसमें पीओके और गिलगिट बाल्टिस्तान भी शामिल हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। सेना प्रमुख बिपिन रावत ने पाक अधिकृत कश्मीर को लेकर बड़ा बया दिया है। बिपिन रावत ने कहा कि जब हम जम्मू-कश्मीर की बाते करते हैं, तब इसमें पीओके और गिलगिट बाल्टिस्तान भी शामिल हैं। आर्मी प्रमुख ने बिना पाकिस्तान का नाम लिए कहा कि पीओके इसलिए अवैध कब्जे वाला क्षेत्र है, जिसे हमारे पश्चिमी पड़ोसियों ने अवैध तरीके से कब्जा लिया है।
बिपिन रावत ने कहा कि पाकिस्तान ने जिस इलाके पर अवैध कब्जा जमा रखा है, उसे पाकिस्तान नहीं, आतंकवादी नियंत्रित करते हैं। पीओके आतंकियों के द्वारा नियंत्रित देश है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, 'मैं जवानों को भरोसा दिलाता हूं कि दुनिया की सबसे बढ़िया अमेरिकी रायफल इस साल के अंत तक उन्हें मिल जाएगी।'
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद अब पीओके को लेकर मोदी सरकार काफी गंभीर नजर आ रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी एक सभा के दौरान कहा था कि पाकिस्तान के साथ अब अगर बात होगी, तो पीओके को लेकर। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इसे हम लेकर रहेंगे। पिछले दिनों कई और मंत्रियों ने भी पीओके को लेकर ऐसे ही बयान दिए। अब सेना प्रमुख बिपिन रावत ने भी साफ कर दिया है कि पीओके पर आतंकवादियों का कब्जा है। पाकिस्तान सरकार वहां निष्क्रिय साबित हुई है। वहीं, आतंकवाद को लेकर पूरे विश्व का एक ही नजरिया है कि इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे में भारत की ओर से पाकिस्तान को यह चेतावनी है कि पीओके में आतंक पर लगाम लगाए।
#WATCH Delhi: Army Chief General Bipin Rawat says, "...The territory which has been illegally occupied by Pakistan is not controlled by the Pakistani establishment, it is controlled by terrorists. PoK is actually a terrorist controlled part of Pakistan." pic.twitter.com/jS8lGVddJw — ANI (@ANI) October 25, 2019
इधर, गुलाम कश्मीर में भी अब आजादी के स्वर बुलंद होने लगे हैं। हाल ही में पाकिस्तान की गुलामी झेल रहे मुजफ्फराबाद के लोगों ने शांतिपूर्वक विरोध रैली में आजादी के हक में नारे लगाए। इस दौरान पाकिस्तान पुलिस ने अचानक लाठी-चार्ज कर दिया, जिसमें दो लोगों की मौत जबकि 80 से अधिक घायल हो गए। आजादी की बुलंद हो रही आवाज को दबाने के लिए पाकिस्तान सरकार ने गुलाम कश्मीर के मुजफ्फराबाद में इमरजेंसी लागू कर दी थी।