अब नहीं होंगी 'बिग फैट वेडिंग', न होगा महंगा डेकोरेशन और न जुटेगा हुजूम; शादियों का बदल जाएगा अंदाज
सरकार ने कुछ नियम तय किए है जिनके तहत ही सावधानी व सतर्कता के साथ सेनेटाइजेशन व मास्क से कोरोना को हराया जाएगा और परिणय सूत्र में बंधने की रस्में अदा की जाएंगी...
यशा माथुर। अब शादियां किसी अवार्ड नाइट की तरह नहीं होंगी। करण जौहर या संजय लीला भंसाली जैसा सेट नहीं लगेगा। हजारों लोग भीड़ नहीं लगाएंगे बल्कि सादगी के साथ फूलों की बारिश में जिंदगी भर साथ निभाने का वादा किया जाएगा। सरकार ने कुछ नियम तय किए है जिनके तहत ही सावधानी व सतर्कता के साथ, सेनेटाइजेशन व मास्क से कोरोना को हराया जाएगा और परिणय सूत्र में बंधने की रस्में अदा की जाएंगी...
फूलों से सजी घोड़ी में चार बारातियों को बिठा कर दुल्हन ब्याहने आ रहा दूल्हा अब नजर नहीं आएगा। बारात के दरवाजे पर पहुंचते ही उन्हें घेर लेने और मिलनी कर महंगे तोहफे देने वाले घराती नजर नहीं आएंगे। कोई बड़ा फार्म हाउस नहीं होगा,100 तरह की डिशेज नहीं होंगी और स्टेज परफॉरमेंस देतीं विदेशी लड़कियों या देशी कलाकारों के सामने झूमता हूजूम नहीं होगा। शारीरिक दूरी बनाए रखना पहली जरूरत होगी। शादी में गिनती से आए नजदीकी रिश्तेदारों और दोस्तों के चेहरे पर मास्क होंगे, हाथ में सेनेटाइजर की बोतल होगी। और यह सब इन्हें विवाह स्थल पर भी दिया जाएगा। जी, हां कोरोना ने शादियों का अंदाज बदला है तो शादी से जुड़ा व्यवसाय भी करवट ले रहा है और वेडिंग प्लानर्स ने कोविड पर सरकार की गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए अपने पैकेज बना दिए हैं।
Unique wedding. राजस्थान के जोधपुर में नवदंपती ने वरमाला के साथ एक-दूसरे को मास्क पहनाकर फेरे लिए।
थर्मल स्क्रीनिंग होगी, मास्क मिलेंगे : कोविड 19 के मद्देनजर कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलांगाना, आंध्रप्रदेश में 'इवेंट हॉज' ने 50 लोगों की शादी मैनेज करने के लिए करीब दो लाख का पैकेज निकाला है जिसमें ई-इनविटेशन कार्ड, मेहंदी, फोटो बूथ, डेकोरेशन, 50 लोगों का शाकाहारी खाने जैसी अन्य जरूरतों के साथ थर्मल स्क्रीनिंग, हैंड सेनेटाइजेशन, एन 95 मास्क देने जैसी सुविधाएं भी जोड़ी गई हैं। 15 साल से इवेंट मैनेज कर रहे इवेंट हॉज के संस्थापक रवि शंकर बताते हैं, 'आजकल शादियां मैरीज हॉल या घरों में ही हो रही हैं। होटल और बड़े हॉल अभी खुले नहीं है। हमने कम से कम पचास लोगों के लिए पैकेज निकाला है। हैंड सेनेटाइजर और मास्क देंगे। बड़े वाले राउंड टेबल पर दो लोगों के बैठने की व्यवस्था कर रहे हैं। और उन्हें पैकेट में खाने का सामान या सर्विंग दे रहे हैं। हम एक फीट की दूरी तो बनाकर रखेंगे ही बल्कि क्लाइंट से भी जल्दी रस्में करने पूरी करने के लिए कहेंगे ताकि देर होने से व्यवस्था प्रभावित न हो। हमारे राज्य में 50 लोगों के लिए तो स्वीकृति है। इससे ज्यादा लोगों के लिए सरकार से परमिशन लेनी होगी। हमारे दो या तीन लोग सब मैनेज करेंगे। मुझे लगता है इस पूरे साल ऐसे ही शादियां चलेंगी।'
वाराणसी: सोनभद्र के शाहगंज में महज पांच बरातियों ने विदा कराया दुल्हन, घराती भी रहे पांच।
लद गईं 'बिग फैट वेडिंग' : कोराेना ने शादी का मंजर इतना बदल दिया है कि नाचते-गाते, बारात लेकर जाने की जगह अब अकेला दुल्हा ही ब्याह रचाने चला है। हाल ही में जोगिन्दरनगर की एक शादी में विडियो काॅलिंग के जरिए ही परिवार ने अपने बेटे की शादी की पूरी रस्में देखीं और उसी में ही अपने बेटे व नई नवेली दुल्हन को आशीर्वाद भी दिया। अब 'बिग फैट वेडिंग' की जगह साधारण शादियों का दौर आया है। शादी में वर-वधू दोनों तरफ से पांच से दस लोग शामिल हो रहे हैं और शादी पर खर्च भी कुछ हजार ही आ रहा है। इतना ही नहीं कुछ घंटों में शादी भी पूरी हो जाती है। और तो ओर सोशल मीडिया पर लाखें के लहंगे, गोल्डन जूतियों ओर महंगे ब्राइडल मेकअप की तस्वीरें भी आना बंद होने लगी हैं।
फेस शील्ड, पीपीई किट के साथ मेकअप : दुल्हन का मेकअप करने वाली लड़कियों ने भी अब किसी कोरोना योद्धा की तरह फेस शील्ड के साथ डिस्पोजेबल किट पहन ली है। हाल ही में गुड़गांव की मेकअप आर्टिस्ट पारुल गर्ग ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें पीपीई किट की तरह के डिस्पोजेबल कवर पहने वे अपनी सहायक ब्यूटीशियंस के साथ ब्राइडल मेकअप कर रही हैं और दुल्हन बिना किसी तनाव व डर के सज रही है। पिआजा हेयर ब्यूटी के मेकअप हेड अभय गिरिधर बताते हैैं कि एपांइटमेंट से आ रही दुल्हनों के आते ही हैंड सैनिटाइज किए जा रहे हैं। इसके बाद उसे शू कवर, हैंड ग्लव्स, मुहैया कराए जा रहे हैं। मेकअप व नेल आर्ट के लिए जिन प्रोडक्टस का इस्तेमाल किया जाना है, वो अलग ब्रश से ट्रे में निकाले जा रहे हैं। ब्रशों का दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा रहा। ब्यूटी एक्सपर्ट यह ध्यान रख रहे हैैं कि उनके यहां दुल्हन व अन्य सुरक्षित महसूस करें। इसके उपाय भी किए जा रहे हैैं। एक समय में एक ही दुल्हन को बुलाया जा रहा है। इतना ही नहीं शादी में दुल्हन मास्क के साथ हल्का लहंगा पहन रही है। ड्रेसिंग बदल रही है। फैशन डिजाइनर भावना पुष्कर संदल बताती हैैं कि दुल्हनें अब हल्के फेब्रिक का लहंगा तैयार करवा रही है। खास बात लहंगे के साथ मैचिंग डिजाइनर मास्क तैयार किया जाना है। जॉर्जट फैब्रिक पर जरदोजी, मिरर वर्क को तवज्जो दी जा रही है।
कोरोना वायरस के कारण देशभर में लागू लॉकडाउन के कारण बंगलुरु में एक शादी संपन्न हुई इस शादी में 25 लोग शामिल हुए थे।
डीजे की जगह गजलें, मेडिकल टीम मौजूद : द ईडब्लयू कंपनी की लुधियाना ब्रांच की वेडिंग प्लानर वीनू अरोड़ा कहती हैं कि शादियों में बेशक लोगों की मौजूदगी कम कर दी गई है लेकिन मेहंदी और संगीत कार्यक्रम अलग तरीके से आयोजित किए जा रहे हैं। बच्चों के लिए प्ले एरिया भी बन रहे हैं। डीजे की जगह गजलों का कार्यक्रम रखा जा रहा है ताकि शारीरिक दूरी बनी रहे। होटल में रोज मास्क, सैनिटाइजर मुहैया कराया जा रहा है। यह व्यवस्था भी की जा रही है कि होटल के नजदीकी अस्पताल से शादी में कुछ मेडिकल स्टाफ भी रहे ताकि मुश्किल समय में कोई परेशानी न हो सके।
किचन से क्रॉकरी तक सब सैनिटाइज : इस दौर में सेनेटाइजेशन से किचन भी अछूती नहीं रहेगी। शेफ हितेश अरोड़ा बताते हैं कि अब शादियां जरूरी रिश्तेदारों तक सिमट गई हैं और दिन के उजाले में रही हैं। किचन से लेकर क्राॅकरी तक सैनिटाइज की जा रही हैैं और शेफ से लेकर वेटर तक मास्क और ग्लव्स पहनते हैं। इसी प्रकार रेड टैग वेडिंग प्लानर के मालिक धर्मवीर चौधरी किचन स्टाफ को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही अंदर आने दिया जाता है। स्टाफ मेंबर्स पूरी तरह से पीपीई किट के साथ ही शादी में शामिल रहते हैं। जिस जगह पर शादी की व्यवस्था की जाती है, वहां पर एक दिन पहले ही पूरी तरह से सेनिटाइजेशन किया जाएगा। खाने के आइटम्स को पहले के बजाय कम किए गए हैं।
[इनपुट:लुधियाना से राधिका कपूर, चंडीगढ़ से राजन सैनी]