भारत बायोटेक ने हेल्थवर्करों से की अपील- 15-18 साल की उम्र के किशोरों को दी जाए केवल 'कोवैक्सीन'
हमें COVID-19 के लिए 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के वैक्सीनेशन की रिपोर्ट मिली है। हम स्वास्थ्य कर्मियों से सतर्क रहने और यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं कि बच्चों को केवल कोवैक्सीन दी जाए - भारत बायोटेक
हैदराबाद, एएनआइ। हैदराबाद की वैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने शुक्रवार को कहा कि ऐसी रिपोर्ट मिल रही है कि देश में 15-18 साल के किशोर वर्ग के लिए जारी कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के तहत कोवैक्सीन (Covaxin) के अलावा दूसरी वैक्सीन की डोज भी दी जा रही है। भारत बायोटेक ने हेल्थकेयर वर्करों से इसके लिए अनुरोध किया कि वे इस बात को सुनिश्चित करें कि इस उम्र के बच्चों व किशोरों को केवल कोवैक्सीन ही लगे क्योंकि इस कैटेगरी के लिए कोवैक्सीन को ही मान्यता व मंजूरी मिली है।
𝐂𝐎𝐕𝐈𝐃-𝟏𝟗: 𝐌𝐲𝐭𝐡 𝐯𝐬. 𝐅𝐚𝐜𝐭𝐬
➡️ Media reports claiming 15-18 yrs #COVID19 Vaccination Guidelines mentioning that COVAXIN has WHO EUL for this age group are Misleading.
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— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) January 7, 2022
इससे पहले भारत बायोटेक के सीएमडी डा. कृष्णा इल्ला एवं डा. सुचित्रा इल्ला की ओर से भारत बायोटेक की आधिकारिक वेबसाइट पर एक पोस्ट करके यह सूचित किया गया था कि उनके पास ऐसी जानकारी है कि बच्चों को पैरासिटामोल की 500 एमजी की टेबलेट दिन में तीन बार तीन दिन के लिए दी जा रही है। उन्होंने बताया कि 30 हजार बच्चों पर इसका ट्रायल करने के बाद कुछ बच्चों में मामूली दर्द या शरीर के तापमान में मामूली बढ़ोत्तरी होने के लक्षण लगे। उन्होंने बताया कि कोरोनारोधी अन्य वैक्सीन में पैरासिटामोल की आवश्यकता होती है, कोवैक्सीन में नहीं।
फिलहाल भारत में बच्चों के लिए मंजूरी प्राप्त एकमात्र कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन ही है। 15 से 18 साल के उम्र वाले बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत 3 जनवरी से हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ( Union Health Ministry) ने राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को सूचित किया कि केवल कोवैक्सीन ही इस आयुवर्ग को दिया जाना है। साथ ही मंत्रालय ने कोवैक्सीन की अतिरिक्त डोज इन राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों को भेजने की भी बात कही है।