Bengaluru Violence : घटना पर शुरू हुआ भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर
कांग्रेस ने जहां हिंसा के लिए कर्नाटक की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है वहीं भाजपा ने दंगाइयों के खिलाफ चुप्पी को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। बेंगलुरु में हुई हिंसा को लेकर राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। कांग्रेस ने जहां हिंसा के लिए कर्नाटक की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है, वहीं भाजपा ने दंगाइयों के खिलाफ चुप्पी को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है।कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'बेंगलुरु में हुई हिंसा, दंगे और आगजनी को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। यह पूरी तरह से कानून एवं व्यवस्था की नाकामी है। क्या येदियुरप्पा की सरकार सो रही थी या हिंसा भड़कने का इंतजार कर रही थी? पुलिस ने समय से कार्रवाई क्यों नहीं की? तीन मौतों का जिम्मेदार कौन है?'
कांग्रेस ने कानून एवं व्यवस्था की नाकामी को बताया हिंसा की वजह
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि विवादास्पद पोस्ट करने वाले और हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। किसी को कानून हाथ में लेने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर दंगाइयों के खिलाफ खुलकर नहीं बोलने का आरोप लगाया है।
भाजपा बोली - दंगाइयों पर कांग्रेस ने क्यों साध रखी है चुप्पी
भाजपा के संगठन महासचिव बीएल संतोष ने कहा, 'हिंसा के 14 घंटे बाद कांग्रेस जागी और फेसबुक पोस्ट के लिए नवीन को जिम्मेदार ठहराया और पुलिस पर कार्रवाई में देरी का आरोप लगाया। एक सीधा सा प्रश्न है कि आखिर कांग्रेस दंगाइयों का समर्थन क्यों कर रही है?' भाजपा महासचिव पी मुरलीधर राव ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, 'शर्मनाक और घृणास्पद! बेंगलुरु में हुई हिंसा पर कर्नाटक कांग्रेस चुप है। वे इस दंगे के खिलाफ मुखर नहीं हैं। बेंगलुरु को अभी दंगों के डर से आजादी की आवश्यकता है।' राव भाजपा के कर्नाटक मामलों के प्रभारी भी हैं।