लांच होने के पहले ही आयुष्मान भारत योजना पर ठगों की नजर
आयुष्मान भारत के सीईओ इंदु भूषण ने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के नाम पर चल रहे फर्जी वेबसाइटों के बारे में जानकारी मिली है।
नीलू रंजन, नई दिल्ली। गरीबों के मुफ्त और कैशलेस इलाज की सहूलियत वाली आयुष्मान भारत योजना लांच होने के पहले ही ठगों के निशाने आ गया है। दर्जनों वेबसाइट और वाट्सएप के जरिये ठगों ने आम जनता को चूना लगाने का जाल बिछा रखा है। इसकी जानकारी मिलते है कि आयुष्मान भारत के अधिकारी पुलिस में इसकी शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं। इस योजना के तहत 10 करोड़ 74 लाख परिवारों को सालाना पांच लाख रुपये तक मुफ्त और कैशलेस इलाज की सुविधा मिलेगी।
आयुष्मान भारत के सीईओ इंदु भूषण ने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के नाम पर चल रहे फर्जी वेबसाइटों के बारे में पहली बार सोमवार को जानकारी मिली। इसके साथ ही उनके पास वाट्सएप पर चल रहे इस योजना से जुड़े मैसेज भी आए।
इंदु भूषण ने कहा कि अब इस फर्जी वेबसाइटों और वाट्सएप मैसेज के खिलाफ पुलिस या सीबीआइ से जांच कराने पर विचार कर रहे हैं। इन वेबसाइटों और वाट्सएप मैसेज में योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने को कहा गया है। और कुछ मैसेज में आवेदन के लिए 1000 से 1200 रुपये तक प्रीमियम की बात कही गई है। यहां तक कि लोगों को अपने माली, ड्राइवर, नौकर आदि को इस योजना से जोड़ने की अपील भी की गई है।
इंदु भूषण कहते हैं कि आयुष्मान भारत के तहत किसी तरह से आवेदन का कोई प्रावधान नहीं है। इस योजना के लाभार्थी पहले से तय हैं और 10 करोड़ 74 लाख परिवारों के लगभग 55 करोड़ लाभार्थियों की पहचान की जा चुकी है। इन परिवारों का चयन सामाजिक आर्थिक जनगणना के आधार पर किया गया है। इन परिवारों को योजना का लाभ लेने के लिए किसी तरह के प्रीमियम जमा करने की जरूरत भी नहीं है।
इन परिवारों को आयुष्मान भारत की ओर से एक पत्र भेजा जाएगा, जिसमें उन्हें इस योजना के तहत आने की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने आम लोगों से इस तरह की फर्जी वेबसाइटों और वाट्सएप मैसेज से बचने की अपील की।