सावधान: फेसबुक और वाट्सएप के जरिये शिकार फंसा रहीं खूबसूरत विदेशी बालाएं
आजकल साइबर क्राइम में हनी ट्रैप की इंट्री हो चुकी है। फेसबुक और वाट्सएप के जरिये विदेशी बालाएं शिकार फंसा रही हैं।
गिरिडीह (जागरण संवाददाता)। आजकल फेसबुक और वाट्सएप के जरिये विदेशी बालाएं शिकार फंसा रही हैं। अगर आपके सोशल मीडिया एकाउंट पर कोई गोरी बाला सात समंदर पार बैठ कर प्यार की पींगें बढ़ा रही है तो सावधान हो जाएं। कहीं ऐसा न हो कि गोरी बाला के झूठे प्यार में पड़कर आप अपनी मेहनत की कमाई गवां बैठें और आपको एहसास हो कि गोरी महिला मित्र के प्यार में किए गए सारे वायदे और कसमें झूठी थीं। आजकल साइबर क्राइम में हनी ट्रैप की इंट्री हो चुकी है।
विदेश में बैठकर हसीनाएं ग्रामीण इलाकों के युवाओं से पहले फेसबुक पर दोस्ती करती हैं। फिर धीरे-धीरे उसके वाट्सएप तक पहुंच बनाकर उनसे प्यार करने का नाटक करती हैं। इस दौरान विश्वास दिलाने के लिए कई तस्वीरें भी भेजती हैं और बाद में कभी उसे मदद के नाम पर विदेशी मुद्रा भेजने का लालच देकर तो कभी मंहगे गिफ्ट भेजकर ठगी करती हैं।
हनी ट्रैप में पड़कर ठगी के शिकार होने वाले लोग शर्म के मारे इसकी शिकायत भी नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि इससे इनकी प्रतिष्ठा धूमिल होने का खतरा रहता है। गावां प्रखंड(गिरिडीह, झारखंड) के पिहरा इलाके के एक युवक के फेसबुक अकाउंट पर अगस्त के पहले सप्ताह में डेनियल मार्टिन नामक विदेशी युवती की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकारने के बाद दोनों की चैटिंग वाट्सएप तक आ पहुंची। विदेशी युवती ने लड़के की सुंदरता पर मोहित होने की बात कही। विश्वास दिलाने के लिए अपनी कई तस्वीरें भी भेजा करती थी। बातचीत में युवती ने खुद को लंदन की एक बड़ी कंपनी का चेयरमैन बताया। कहा कि वह भारत आ रही है और युवक से देश घुमाने का आग्रह किया। इसके बाद लड़का उससे कटने लगा और उसके साथ देश घूमने में असमर्थता जताई।
घर में किसी के बीमार होने और पैसे के लिए परेशान रहने की बात कह कर युवक ने किनारा करना चाहा तो युवती ने आर्थिक मदद की पेशकश की। इसके बाद उसने युवक का बैंक एकाउंट डिटेल लिया और उसमें 25 हजार पाउंड भेजने की बात कही। विश्वास दिलाने के लिए उसने अपने चेक का फोटो भी भेज दिया। इसके दूसरे ही दिन युवक के मोबाइल पर एक कॉल आई और उसने खुद को आरबीआइ का कर्मचारी बताते हुए बताया कि आपके खाते में लंदन की किसी महिला ने करीब 22 लाख रुपये जमा कराए हैं।
कहा कि आरबीआइ के नियम के अनुसार, विदेशी करेंसी को इंडियन करेंसी में बदलने के लिए आपको 46 हजार 500 रुपये का शुल्क जमा करना होगा। हालांकि युवक का एक दोस्त बैंक मैनेजर था। उसी ने उसे फंसने से बचाया। बाद में भुक्तभोगी युवक ने अपनी कहानी एक मित्र संदीप बर्णवाल को बताई तो उसने भी कौतूहलवश उस युवती से बात करना शुरू कर दिया। 10 दिन बाद फिर युवती ने भारत आने की इच्छा जताई और उस युवक का बैंक डिटेल लेकर उसमें एक लाख पाउंड तैयारी के नाम पर डाल देने की बात कही। चेक की तस्वीर भी भेजी। उस युवक को भी आरबीआइ दिल्ली के नाम पर कॉल आया और करेंसी एक्सचेंज के नाम पर 37 हजार 500 रुपये मांगे गए।