आकाश मिसाइलों के लिए भारतीय वायुसेना के साथ BDL ने 499 करोड़ रुपये के सौदे पर हस्ताक्षर किए
भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) ने भारतीय वायुसेना (IAF) के लिए आकाश मिसाइलों के निर्माण और आपूर्ति के लिए रक्षा मंत्रालय के साथ लगभग 499 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। भारतीय सेना और वायुसेन के लिए आकाश आइजीएमडीपी के तहत बीडीएल द्वारा निर्मित मिसाइलों में से एक है।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) ने गुरुवार को भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए आकाश मिसाइलों के निर्माण और आपूर्ति के लिए रक्षा मंत्रालय के साथ लगभग 499 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार नई दिल्ली में भारतीय वायुसेना की ओर से एयर कमोडोर, गाइडेड वेपंस मेंटेनेंस अजय सिंघल और बीडीएल के कार्यकारी निदेशक (मार्केटिंग) कमोडोर टीएन कौल (सेवानिवृत्त) के बीच इस अनुबंध पर हस्ताक्षर हुआ। इस दौरान बीडीएल के निदेशक (उत्पादन) पी राधाकृष्ण की मौजूद रहे।
बीडीएल के सीएमडी कमोडोर सिद्धार्थ मिश्रा (सेवानिवृत्त) ने कहा कि बीडीएल भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना को आकाश मिसाइलों की आपूर्ति कर रहा है। निर्यात के लिए आकाश वेपन सिस्टम की मंजूरी के संबंध में केंद्रीय मंत्रिमंडल की घोषणा के साथ कंपनी विदेशों में निर्यात के लिए आकाश की पेशकश करने पर विचार कर रही है।
बीडीएल को मिसाइल की खरीद में रुचि व्यक्त करने वाले कुछ देशों से पहले ही निर्यात लीड प्राप्त हो चुकी है। इनके ऑर्डर और डिलिवरी को पूरा करने के लिए कंपनी के पास एक अच्छी तरह से स्थापित बुनियादी ढांचा और विशेषज्ञता है।बीडीएल भारत के एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP) के तहत परियोजनाओं के लिए प्रमुख उत्पादन एजेंसी है। भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना दोनों के लिए आकाश आइजीएमडीपी के तहत बीडीएल द्वारा निर्मित मिसाइलों में से एक है। इस मिसाइल का कई मौकों पर सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। इसे अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ मिसाइलों में से एक माना जाता है।
कंपनी टैंक रोधी निर्देशित मिसाइल, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, हवा से सतह पर मार करने वाला हथियार, लॉन्चर, परीक्षण उपकरण, अंडर वाटर वेपन और काउंटर मेजर सिस्टम भी बनाती है। कंपनी को वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान लगभग 2803 करोड़ रुपये (कर सहित) के नए ऑर्डर मिले हैं। इसमें लगभग 1820 करोड़ रुपये के एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल के ऑर्डर और लगभग 793 करोड़ रुपये के सरफेस टू एयर मिसाइल ऑर्डर शामिल हैं। भारतीय वायु सेना को आकाश की आपूर्ति के लिए हस्ताक्षरित वर्तमान अनुबंध के साथ, ऑर्डर बुक की स्थिति अब लगभग 8683 करोड़ रुपये है।