फलक की स्थिति में सुधार के कोई संकेत नहीं
राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान [एम्स] में गत 36 दिन के दौरान पाच जीवनरक्षक शल्यक्रियाओं के बावजूद दो वर्षीय फलक की स्थिति में बुधवार को सुधार के कोई संकेत दिखाई नहीं दिए।
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान [एम्स] में गत 36 दिन के दौरान पांच जीवनरक्षक शल्यक्रियाओं के बावजूद दो वर्षीय फलक की स्थिति में बुधवार को सुधार के कोई संकेत दिखाई नहीं दिए।
फलक का इलाज कर रहे चिकित्सकों के अनुसार बच्ची अभी भी बेहोश है और उसकी हालत नाजुक लेकिन स्थिर है। पिछली सर्जरी करने के बाद एम्स के चिकित्सक फलक को धीरे धीरे वेंटीलेटर से हटाने के उपाय कर रहे हैं, ताकि वह अपने आप सांस ले सके। फलक अस्पताल में 18 जनवरी से ही वेंटीलेटर पर है।
फलक का इलाज कर रहे न्यूरोसर्जन डा. दीपक अग्रवाल ने कहा कि एक महीना बीत चुका है और वह अभी भी अपने आप सांस नहीं ले पा रही है। लंबे समय तक कृत्रिम सांस पर रहना अच्छा संकेत नहीं है, इसीलिए हमने उसे धीरे-धीरे वेंटीलेटर से हटाने का फैसला किया है। हम यह जरूरत के अनुसार करेंगे। चिकित्सकों ने फलक की पांचवीं सर्जरी 20 फरवरी को उस समय की थी जब उन्हें इस बात का पता चला था कि उसके मस्तिष्क का संक्रमण कम हुआ है।
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