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आज से बैंकों की हड़ताल शुरू, छुट्टी और हड़ताल के चलते पांच दिन रहेंगे बंद

आज से बैंकों की हड़ताल शुरू हो गई है। बैंक हड़ताल और सरकारी छुट्टियों के चलते अब बैंक अगले पांच दिन बंद रहेंगे।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Wed, 19 Dec 2018 10:38 AM (IST)Updated: Fri, 21 Dec 2018 11:02 AM (IST)
आज से बैंकों की हड़ताल शुरू, छुट्टी और हड़ताल के चलते पांच दिन रहेंगे बंद
आज से बैंकों की हड़ताल शुरू, छुट्टी और हड़ताल के चलते पांच दिन रहेंगे बंद

नई दिल्‍ली, जेएनएन। आज से बैंकों की हड़ताल शुरू हो गई है। बैंक हड़ताल और सरकारी छुट्टियों के चलते अब बैंक अगले पांच दिन बंद रहेंगे। यदि आपका कोई बैंक से सम्बंधित ज़रूरी काम बाकी बचा है तो उसे 24 दिसंबर को निपटा ले क्यूंकि उसके बाद अगले दो दिन बैंक नहीं खुलेंगे। क्रिसमस की छुट्टी के चलते 25 दिसंबर को बैंक बंद रहेंगे। जबकि 26 दिसंबर को हड़ताल की वजह से बैंक बंद रहेंगे। दरअसल, ऑल इंडिया ऑफिसर कन्फडरेशन के आह्वान पर 21 दिसंबर को बैंक कर्मी केंद्र की नीति के विरोध में हड़ताल पर रहेंगे। 22 को महीने का चौथा शनिवार और 23 को रविवार होने के कारण बैंकों में छुट्टी रहेगी।

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सोमवार 24 को बैंक की शाखाएं खुलेंगी। अगले दिन 25 को बड़ा दिन या क्रिसमस का अवकाश है और 26 को यूनाइटेड फोरम की तरफ से फिर बैंकों में हड़ताल है। इतने दिनों तक बैंक बंद होने की वजह से खाताधारकों के चेकों के क्लीयरेंस में बाधा आ सकती है और लोगों को कैश की किल्लत झेलनी पड़ सकती है।

कुछ जगहों पर इसको लेकर बैंककर्मी सरकार के उपरोक्त नीतियों के विरोध में बैंक अधिकारियों की एक बड़ी रैली निकाली जाएगी। वैसे तो आजकल ज्यादातर लोग डिजिटल ट्रांजेक्शन करने लगे हैं लेकिन इसके बावजूद बैंकों में जाना ही पड़ता है। कई दिनों तक बैंक बंद होने की वजह से इसका नुकसान आम आदमी को उठाना पड़ेगा। इन पांच दिनों में कैश की किल्लत का सामना भी करना पड़ सकता है। आपको बता दें कि इससे पहले नवंबर में 23-25 तक तीन दिन के लिए बैंक बंद रहे थे। इसके अलावा दीपावली पर भी पांच के लिए बैंक बंद रहे थे। 

बैंक अधिकारियों की क्या हैं मांगें

  • स्केल वन से लेकर स्केल सात तक के सभी बैंक अधिकारियों को केंद्र सरकार के अन्य कार्यालयों के समान वेतन मिले।
  • चार्टर ऑफ डिमांड के अनुरूप वेतन समझौता।
  • बैंकों का कार्यदिवस 6 दिन की जगह पांच दिन किया जाए।
  • नई पेंशन नीति को बदलकर पुरानी व्यवस्था को लागू करने की मांग।
  • बैंक को थर्ड पार्टी के कामों से मुक्त किया जाए। और उसे सिर्फ कोर बैंकिंग करने दिया जाए।
  • क्षेत्रीय ग्रमीण बैंकों के अधिकारियों को राष्ट्रीयकृत बैंकों की तर्ज पर पेंशन एवं अन्य लाभ दिया।
  • बैंक अधिकारी एसोसिएशन के सचिव प्रशांत शांडिल्य ने बताया कि साइबर क्राइम का बड़ा कारण बैंकों में आउटसोर्सिग हैं। जिससे ग्राहकों का डाटा लीक हो रहा है। और साइबर क्राइम की घटनाएं होती हैं।

रांची की 3800 बैंक शाखाओं में शुक्रवार को हड़ताल रहेगी। अखिल भारतीय बैंक अधिकारी संघ के सचिव प्रशांत शांडिल्य ने बताया कि सभी बैंकों के अधिकारी 21 दिसंबर को 24 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर जा रहे हैं। कंफेडेरेशन द्वारा इस तरह की हड़ताल पहली बार बुलायी गई है। गुरुवार शाम को संघ के सदस्य रैली भी करेंगे। शांडिल्य ने बताया कि वर्तमान में एसोसिएशन के सदस्य 20 बैंकों में हैं। हड़ताल में ग्रामीण एवं सहकारी बैंकों की शाखाएं भी शामिल हैं। संघ में राज्य में 20 हजार से अधिक सदस्य हैं।

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