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Tik tok Ban : टिकटॉक पर बैन से रोजाना 3.5 करोड़ रुपये का नुकसान, 250 नौकरियां खतरे में

एक भारतीय अदालत ने केंद्र सरकार को टिकटॉक के डाउनलोड्स प्रतिबंधित करने का आदेश दिया। अदालत का कहना है कि यह एप अश्लीलता को प्रोत्साहित कर रहा है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Tue, 23 Apr 2019 07:20 PM (IST)Updated: Tue, 23 Apr 2019 07:20 PM (IST)
Tik tok Ban : टिकटॉक पर बैन से रोजाना 3.5 करोड़ रुपये का नुकसान, 250 नौकरियां खतरे में
Tik tok Ban : टिकटॉक पर बैन से रोजाना 3.5 करोड़ रुपये का नुकसान, 250 नौकरियां खतरे में

नई दिल्ली, एजेंसी। चीन के मशहूर वीडियो एप टिकटॉक पर भारत में प्रतिबंध लगाए जाने के कारण इसके डेवलपर बीजिंग बाइटडांस कंपनी को रोजाना 5 लाख डॉलर यानी करीब 3.5 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। नतीजतन 250 से ज्यादा नौकरियां खतरे में पड़ गई हैं। कंपनी ने सुप्रीम कोर्ट को यह जानकारी दी है।

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टिकटॉक यूजर को स्पेशल इफेक्ट्स के साथ शॉर्ट वीडियोज क्रिएट करने और उन्हें शेयर करने की सुविधा देता है। यह दुनिया के सबसे लोकप्रिय एप में से एक है। इस महीने की शुरुआत में एक भारतीय अदालत ने केंद्र सरकार को टिकटॉक के डाउनलोड्स प्रतिबंधित करने का आदेश दिया। अदालत का कहना है कि यह एप अश्लीलता को प्रोत्साहित कर रहा है।

इस निर्देश के बाद केंद्रीय आईटी मंत्रालय हरकत में आया और एपल इंक व अल्फाबेट के गूगल ने पिछले हफ्ते अपने- अपने भारतीय एप स्टोर से टिकटॉक हटा लिए। टिकटॉक के लिए यह बड़ा घटनाक्रम इसलिए है क्योंकि भारत इस तरह के एप के लिए विशाल बाजार है। कठोर अदालती फरमान के कारण भारतीय बाजार में बाइटडांस के ग्रोथ प्लान को तगड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं पिछले हफ्ते शनिवार को भारत के सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर बाइटडांस ने प्रतिबंध हटाने का आग्रह किया था।

चीन की कंपनी ने सर्वोच्च अदालत से गुजारिश की थी कि वह आईटी मंत्रालय को निर्देश दे कि वह गूगल और एपल जैसी कंपनियों से कहे कि वे अपने-अपने एप स्टोर पर एक बार फिर टिकटॉक उपलब्ध कराएं। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने बाइटडांस की तरफ से बार--बार अपील किए जाने के बावजूद अंतरिम राहत नहीं दी और मामला वापस तमिलनाडु की अदालत के पास भेज दिया, जहां अगली सुनवाई बुधवार यानी 24 अप्रैल को होनी है। यह हलफनामा सार्वजनिक हुआ है और इसकी सामग्री पहले कहीं भी प्रकाशित या प्रसारित नहीं हुई है। टिकटॉक के एक प्रवक्ता और आईटी मंत्रालय ने इस मसले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।

बड़ा मामला इसलिए
यह मामला केवल चीन तक सीमित नहीं है क्योंकि प्राइवेट इक्विटी के जरिए टिकटॉक की डेवलपर बाइटडांस की फंडिंग जापान का सॉफ्टबैंग ग्रुप करता है। यह मामला इसलिए भी बहुत मायने रखता है क्योंकि बाइटडांस दुनिया के सबसे बहुमूल्य स्टार्टअप में शुमार है, जिसकी वैल्यू लगभग 75 अरब डॉलर है।

सूत्रों के मुताबिक बाइटडांस इस साल अगस्त में हांगकांग के शेयर बाजार में लिस्टिंग की तैयारी कर रही है। सोशल मीडिया इंडस्ट्री आशंकित टिकटॉक पर प्रतिबंध से भारत की सोशल मीडिया इंडस्ट्री आहत है। वजह यह है कि यदि अदालतें अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉ‌र्म्स पर परोसी जा रही सामग्री की निगरानी बढ़ाती हैं, तो इस सेक्टर की अन्य कंपनियों के लिए भी मुश्किलें खड़ी हो जाएंगी।

- 30 करोड़ लोगों ने टिकटॉक एप डाउनलोड किया है अब तक भारत में
- एक अरब से अधिक डाउनलोड हो चुके हैं पूरी दुनिया में इस फनी एप के
-75 अरब डॉलर के करीब है टिकटॉक की डेवलपर बाइटडांस की वैल्यू
(स्रोत: विश्लेषषकी कंपनी सेंसर टावर)


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