जानिए कहां कोरोना से हुई मौतों का होगा ऑडिट, कहीं इलाज में तो नहीं हुई कोई लापरवाही
कम्युनिटी और फैसिलिटी दोनों स्तर पर ऑडिट किया जाएगा। कम्युनिटी स्तर पर यह देखा जाएगा कि मरीज के अस्पताल पहुंचने में किसी तरह की देरी तो नहीं हुई।
भोपाल, जेएनएन। भोपाल में कोरोना से होने वाली मौतों का ऑडिट कराया जाएगा। इसमें यह देखा जाएगा कि इलाज के दौरान अस्पताल में किसी तरह की लापरवाही तो नहीं हुई। यह भी पड़ताल की जाएगी कि परिजन ने मरीज को अस्पताल लाने में देरी तो नहीं की। कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने इसके लिए तीन विशेषज्ञों की टीम बनाई है। इसमें गांधी मेडिकल कॉलेज के पीएसएम विभाग के अध्यक्ष डॉ. डीके पाल, मेडिसिन विभाग के फैकल्टी डॉ. के. देवपुजारी और डब्ल्यूएचओ के कंसलटेंट डॉ. एसएम जोशी शामिल हैं। टीम शुक्रवार से काम शुरू कर देगी। हफ्तेभर में ऑडिट रिपोर्ट तैयार हो जाएगी।
कम्युनिटी स्तर पर देखा जाएगा की अस्पताल पहुंचने में देरी तो नहीं हुई
टीम के सदस्य डॉ. पाल ने बताया कि कम्युनिटी और फैसिलिटी दोनों स्तर पर ऑडिट किया जाएगा। कम्युनिटी स्तर पर यह देखा जाएगा कि मरीज के अस्पताल पहुंचने में किसी तरह की देरी तो नहीं हुई। उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की वजह क्या रही। मसलन, ट्रैवल हिस्ट्री, घर में किसी का पॉजिटिव होना आदि। उसे कौन-कौन सी बीमारियां पहले से थीं। इसी तरह से फैसिलिटी आधारित ऑडिट में यह पता किया जाएगा कि अस्पताल पहुंचने पर उसे सभी सुविधाएं व प्रोटोकॉल के मुताबिक इलाज मिला या नहीं। इसके लिए मरीज के स्वजन से भी बात की जाएगी। साथ ही उसकी केस शीट भी खंगाली जाएगी।
भोपाल के कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि कोरोना से होने वाली मौतों का ऑडिट कराया जाएगा। गैस पीडि़त संगठनों ने कुछ शिकायतें की थीं। ऑडिट से कमियां पता चलेंगी, जिन्हें दुरस्त किया जा सकेगा।
मध्य प्रदेश में ढ़ाई हजार के ऊपर कोरोना संक्रमित
मध्य प्रदेश में संक्रमितों का आंकड़ा 2,560 पर पहुंच गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1823 नए मामले सामने आए हैं और 67 लोगों की जान गई है। देशभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 33610 हो गई है, जिसमें से 8373 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है और देश में 24162 कोरोना के एक्टिव केस हैं। अभी तक देशभर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1075 हो गई है।