विधानसभा अध्यक्ष ने राजभाषा अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखा पत्र
पत्र में कहा कि पिछले दो साल से राजभाषा आयोग के अध्यक्ष का पद खाली है। अध्यक्ष नहीं होने के कारण राजभाषा के विकास में दिक्कतें आ रही हैं। राजभाषा के उत्थान का कार्य प्रभावित हो रहा है।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। छत्तीसगढ़ में निगम-मंडल की नियुक्ति में हो रही देरी के बीच विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है। डॉ. महंत ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के अध्यक्ष की नियुक्ति का आग्रह किया है। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि पिछले दो साल से राजभाषा आयोग के अध्यक्ष का पद खाली है। अध्यक्ष नहीं होने के कारण राजभाषा के विकास में दिक्कतें आ रही हैं। राजभाषा के उत्थान का कार्य प्रभावित हो रहा है। छत्तीसगढ़ी साहित्यकारों की कृतियों का प्रकाशन नहीं हो पा रहा है। इससे साहित्यकार अपनी साहित्यिक रचनाओं को गति नहीं दे पा रहे हैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के अध्यक्ष की शीघ्र नियुक्ति की कार्रवाई करें।
छत्तीसगढ़ी साहित्यकारों के एक प्रतिनिधिमंडल से की मुलाकात
दरअसल, रविवार को डॉ. महंत से छत्तीसगढ़ी साहित्यकारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस दौरान छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण, राजभाषा निर्माण में भूमिका निभाने वाले छत्तीसगढ़ी पत्रकारिता के पुरोधा जागेश्वर प्रसाद के जीवन पर केंद्रित अभिनंदन ग्रंथ का विमोचन किया गया।
राजभाषा की आठवीं सूची में सम्मिलित करने की पहल
इस दौरान डॉ सुधीर शर्मा ने छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग में विगत दो वर्षों से रिक्त आयोग के अध्यक्ष की शीघ्र नियुक्ति करने की पहल का डॉ. महंत से निवेदन किया। साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखने का आग्रह भी किया। शर्मा ने यह भी आग्रह किया कि छत्तीसगढ़ी को राजभाषा की आठवीं सूची में सम्मिलित करने की पहल की जाए।
छत्तीसगढ़ी फिल्म कहि देबे संदेश के निर्माता मनु नायक समेत कई अन्य रहे मौजूद
कार्यक्रम मे पूर्व विधायक गुरमुख सिंह होरा, विधायक गुलाब कमरों और वरिष्ठ साहित्यकार मौजूद थे। कार्यक्रम में अभिनंदन ग्रंथ के संपादक रामेश्वर वैष्णव ने जागेश्वर के त्याग और समर्पित जीवन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म कहि देबे संदेश के निर्माता मनु नायक, अनिल दुबे सहित अन्य मौजूद रहे।