Move to Jagran APP

Assam floods: असम के 33 में से 27 जिलों में बाढ़ का कहर, लगभग 40 लाख लोग प्रभावित

Assam floods इस साल असम में बाढ़ से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की कुल संख्या 97 हो गई है।

By Manish PandeyEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2020 07:55 AM (IST)Updated: Fri, 17 Jul 2020 12:07 PM (IST)
Assam floods: असम के 33 में से 27 जिलों में बाढ़ का कहर, लगभग 40 लाख लोग प्रभावित
Assam floods: असम के 33 में से 27 जिलों में बाढ़ का कहर, लगभग 40 लाख लोग प्रभावित

गुवाहाटी, प्रेट्र। असम में बाढ़ से संबंधित घटनाओं में पांच और लोगों की मौत हो गई है। राज्य के 33 में से 27 जिलों में लगभग 40 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, मोरीगांव जिले में दो लोगों की जान चली गई, जबकि लखीमपुर, बारपेटा और गोलपारा जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।

loksabha election banner

इस साल राज्य में बाढ़ से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की कुल संख्या 97 हो गई है। इनमें बाढ़ के कारण 71 लोगों की मौत हो गई, जबकि 26 लोग भूस्खलन में मारे गए।

एएसडीएमए के मुताबिक धेमाजी, लखीमपुर, बिश्वनाथ, सोनितपुर, दरंग, बक्सा, नलबाड़ी, बारपेटा, चिरांग, बोंगाईगांव, कोकराझार, धुबरी, दक्षिण सलमरा, गोलपारा, कामरूप, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, मोरीगांव, नागांव, होजई, गोलाघाट, जोरहाट, माजुली, शिवसागर, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया, कार्बी आंगलोंग और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलों में लगभग 40 लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं।

धुबरी में सबसे ज्यादा 8.72 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके बाद बारपेटा में 4.78 लाख से अधिक लोग और गोलपारा में लगभग 4.28 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों ने पिछले 24 घंटों में राज्यभर में 113 नावों से 2,737 लोगों को बचाया है।

मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और वहां मौजूद जानवरों का जायजा लिया। वह गोरकाटी, मोरा डिफालु और मुर फूलोनी में बाढ़ प्रभावित वन शिविरों में भी गए और वन रक्षकों के साथ बातचीत की, जो पार्क में जानवरों की निगरानी कर रहे हैं। सोनोवाल ने प्रशासन को निर्देश दिया कि बाढ़ के दौरान जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करें।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावित परिवारों को राहत देने के लिए सभी प्रयास किए हैं और कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए राहत शिविरों में सामाजिक सुरक्षा मानदंडों का पालन किया गया है। सोनोवाल ने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के पास बरजुरी में सेंटर फॉर वाइल्डलाइफ रिहैबिलिटेशन एंड कंजर्वेशन (सीडब्ल्यूआरसी) का भी दौरा किया और केंद्र में उपलब्ध जानवरों और सुविधाओं के लिए किए गए उपायों का जायजा लिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.