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असम में बाढ़ से बिगड़े हालात, खतरे के निशान से ऊपर ब्रह्मपुत्र; 16 की मौत 9 लाख से ज्‍यादा प्रभावित

मानसून के असम पहुंचने के बाद पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। ऐसे में ब्रह्मपुत्र नदी और उसकी सहायक नदियां कई स्थानों पर खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं।

By Tilak RajEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 08:41 AM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 03:07 PM (IST)
असम में बाढ़ से बिगड़े हालात, खतरे के निशान से ऊपर ब्रह्मपुत्र; 16 की मौत  9 लाख से ज्‍यादा प्रभावित
असम में बाढ़ से बिगड़े हालात, खतरे के निशान से ऊपर ब्रह्मपुत्र; 16 की मौत 9 लाख से ज्‍यादा प्रभावित

दिसपुर, एएनआइ। असम में बाढ़ से हालात काफी बिगड़े हुए हैं। कई गांवों से संपर्क टूट गया है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार, बाढ़ के कारण धेमाजी, लखीमपुर, बिश्वनाथ, उदलगिरी, दर्रांग, नालबारी, बारपेटा, बोंगाईगांव, कोकराझार, धुबरी, दक्षिण सालमारा, गोलपारा और कामरूप सहित 23 जिलों में 9,26,059 लोग प्रभावित हुए हैं। असम में अब तक मरनेवालों की संख्या 16 बताई जा रही है। इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने असम को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। शाह ने कहा कि मोदी सरकार असम की जनता के साथ दृढ़ता से खड़ी है। उन्‍होंने रविवार को असम के मुख्‍यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बातचीत की और बाढ़ के हालात की जानकारी ली।

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कई गांव हुए जलमग्‍न

बाढ़ के कारण कई गांव में पानी भर गया है और उनसे दूसरे क्षेत्रों से संपर्क टूट गया है। डिब्रूगढ़ बिरदोई बाम गांव में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। असम में बाढ़ के कारण सामान्य जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। ऐसे में सभी लोगों तक मदद पहुंचाना भी प्रशासन के लिए बेहद मुश्किल हो रहा है। तिनसुकिया में राहत बचाव कार्य में जुटे एक शख्‍स ने बताया, 'पूरा गांव दो दिन से डूबा हुआ था। सरकार और प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं दी गई है। 125 घर थे वहां और 15 घर टूट चुके हैं। सभी लोग मदद का इंतजार कर रहे हैं। वन विभाग को पहले पहुंचना चाहिए था, लेकिन अब तक नहीं पहुंचा है।'

ब्रह्मपुत्र नदी बह रही खतरे के स्तर से ऊपर 

केंद्रीय जल आयोग के अधिकारी सादिकुल हक का कहना है कि ऊपरी पहाड़ी राज्यों में मूसलाधार बारिश होने की वजह से गुवाहाटी में ब्रम्हापुत्र नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। उन्‍होंने कहा, 'ब्रह्मपुत्र नदी खतरे के स्तर से ऊपर बह रही है। पानी खतरे के निशान से 20 से.मी. ऊपर बह रहा है। पानी 1-2 सेंटीमीटर प्रति घंटा की तेजी से बढ़ रहा है। हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं।'

142 राहत शिविर और वितरण केंद्र स्थापित

मानसून के असम पहुंचने के बाद पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। ऐसे में ब्रह्मपुत्र नदी और उसकी सहायक नदियां कई स्थानों पर खतरे के स्तर से ऊपर बह रही हैं। इस कारण से राज्य में बाढ़ आ गई है। एएसडीएमए ने बताया कि जिला विभागों ने छह जिलों में 142 राहत शिविर और वितरण केंद्र स्थापित किए हैं, जहां 19,000 से अधिक लोग रहे रहे हैं।

असम इन दिनों एक तरफ बाढ़ और दूसरी ओर कोरोना वायरस संक्रमण की मार झेल रहा है। राज्‍य में रविवार को 327 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि की गई है, जिसके बाद राज्य में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 7,492 तक पहुंच गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने इसकी जानकारी दी है। नए 327 मामलों में से, 195 केस गुवाहाटी से दर्ज किए गए हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक असम में 2,390 मरीजों का इलाज चल रहा है, जबकि 5,088 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। इसके अलावा प्रदेश में कोरोना से 11 लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है।


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