असम के मुख्यमंत्री ने काजीरंगा के पास बाढ़ राहत शिविर का किया दौरा, पीड़ितों से की बातचीत
असम में बाढ़ राहत शिवरों का मुख्यमंत्री ने किया दौरा। सीएम ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी और बताया कि शिवर में उन्होंने पीड़ितों से बातचीत भी की।
कोहोरा, एएनआई। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने गुरुवार सुबह काजीरंगा के पास कोहिंग के राइजिंग सन स्कूल में बाढ़ राहत शिविर का दौरा किया और वहां शरण लेने वाले लोगों के साथ बातचीत की। सोनोवाल ने एक ट्वीट में कहा कि आज सुबह, काजीरंगा के पास कोहोरा के राइजिंग सन स्कूल में बाढ़ राहत शिविर के निवासियों के साथ गए और बातचीत की।
उन्होंने आगे कहा कि असम बाढ़ ने महत्वपूर्ण दौर में हमारे सामने नई चुनौतियां ला दी हैं और हम लोगों और जानवरों दोनों के जीवन की सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इससे पहले, मुख्यमंत्री ने टेकोक में बाढ़ राहत शिविर का दौरा किया।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार, 15 जुलाई तक राज्य में बाढ़ के कारण 30 जिलों में 66 लोग मारे गए हैं और 48,07,111 प्रभावित हुए हैं। गौरतलब है कि बिहार से लेकर असम तक भारी बारिश और बाढ़ के कारण हाहाकार मचा है। बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं और सैकड़ों गांव व शहर जलमग्न हो गए हैं। लोगों को बाढ़ की तबाही से बचाने के लिए NDRF की टीम तैनात की गई है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में फंसे हुए लोगों को राहत शिविर में पहुंचाया जा रहा है। लाखों लोगों को बाढ़ के कारण अपना घर छोड़ना पड़ा है। इधर, बिहार प्रशासन का कहना है कि हालात नियंत्रण में हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि NDRF ने बिहार और असम में राहत बचाव कार्य के लिए 98 टीमें लगाई हैं। NDRF के मुताबिक दोनों राज्यों में बाढ़ से हालात बेहद खराब हैं। नेपाल और चीन से आने वाली नदियां भारत में तबाही मचा रही हैं।
बिहार के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश और नेपाल से आ रही नदियों में उफान पर है। नेपाल के तराई वाले इलाकों में भारी बारिश से जोकीहाट, फारबिसगंज, सिकटी और पलासी के भी निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है। मधेपुरा में कोसी नदी का पानी आसपास के इलाकों में घुस गया है। ग्रामीण बाढ़ के बीच से किसी तरह खुद को बचाने में लगे हुए हैं।