आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाने वाले जज की बढ़ाई गई सुरक्षा
आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाने वाले विशेष कोर्ट के जज मधुसूदन शर्मा के जोधपुर स्थित सरकारी आवास के बाहर गुरुवार सुबह से सुरक्षा और अधिक बढ़ा दी गई।
जयपुर, जेएनएन। आसाराम को उम्रकैद की सजा सुनाने वाले विशेष कोर्ट के जज मधुसूदन शर्मा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मधुसूदन शर्मा की कोर्ट के बाहर हथियारबंद सुरक्षा अधिकारी तैनात करने के साथ ही उनके साथ दो हथियारबंद निजी सुरक्षा अधिकारी नियुक्ति किए गए हैं।
शर्मा के जोधपुर स्थित सरकारी आवास के बाहर गुरुवार सुबह से सुरक्षा और अधिक बढ़ा दी गई। बुधवार को पांच पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे, वहीं गुरुवार को इनकी संख्या बढ़ाकर आठ कर दी गई है। पुलिस की पीसीआर वैन नियमित रूप से शर्मा के आवास के आसपास चक्कर लगाती रहती है। आसाराम को सजा सुनाए जाने के बाद पुलिस को शर्मा पर हमला होने की सूचना मिली थी, इसके बाद से सुरक्षा बढ़ाई गई है। शर्मा के निजी सुरक्षा अधिकारी महेश राजगुरु ने बताया कि जब से आसाराम का फैसला आया है, तब से जज साहब के साथ 24 घंटे की ड्यूटी पर दो निजी सुरक्षा अधिकारी लगाए गए हैं।
हाई कोर्ट में की जा सकती है अपील
दुष्कर्म के मामले में उम्रकैद की सजा पाने वाले आसाराम और 20-20 साल के लिए जेल गए उसके सेवादार शरद और छिंदवाड़ा गुरुकुल की वॉर्डन रही शिल्पी की ओर से जोधपुर की विशेष कोर्ट द्वारा सुनाई गई सजा को हाई कोर्ट में शुक्रवार को चुनौती दी जा सकती है। पहले तो गुरुवार को ही चुनौती देने को लेकर तीनों अभियुक्तों के वकीलों ने कसरत की थी, लेकिन कोर्ट के फैसले का अध्ययन करने में विलंब के कारण अब शुक्रवार को सजा स्थगन को लेकर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
बताया जा रहा है कि आसाराम की बेटी भारती श्री ने सजा स्थगित कराए जाने को लेकर हाई कोर्ट में अपील करने के बारे में वकीलों से टेलीफोन पर चर्चा की है। वहीं, अहमदाबाद आश्रम के तीन वरिष्ठ प्रबंधक, वकीलों के साथ चर्चा के लिए पिछले तीन दिन से जोधपुर में रह रहे हैं।