भोपाल: हटाए गए आसाराम के नाम वाले तमाम साइनबोर्ड और क्रॉसिंग
नाबालिग के साथ दुष्कर्म मामले में दोषी पाए जाने के बाद आसाराम को जोधपुर एससी और एसटी कोर्ट ने उम्र कैद की सजा दे दी।
भोपाल (एएनआई)। नाबालिग के साथ दुष्कर्म मामले में आसाराम को आजीवन कारावास की सजा मिलने के बाद भोपाल नगर निगम ने बुधवार की शाम को उसके नाम के बस स्टॉप साइनबोर्ड को हटा दिया। स्थानीय लोगों के अनुसार, आसाराम के नाम वाले सभी साइनबोर्ड्स और क्रॉसिंग को खत्म कर दिया गया।
भोपाल के डिप्टी मेयर आलोक शर्मा ने बताया, ‘नाबालिग के साथ गलत काम कर आसाराम ने संत समुदाय को बदनाम कर दिया है। इसलिए उसके नाम वाले सभी क्रॉसिंग और साइनबोर्ड को हटाना हमारा निर्णय है। इन जगहों के लिए नया नाम हम जल्द ही घोषित करेंगे।‘
जोधपुर के निकट मनाई गांव में 15 अगस्त 2013 में नाबालिग के साथ दुष्कर्म मामले में दोषी पाए जाने के बाद बुधवार को आसाराम को जोधपुर एससी और एसटी कोर्ट ने उम्र कैद की सजा दे दी। मामले में दो अन्य दोषियों शिल्पी और शरद को 20-20 साल की कैद की सजा दी। आसाराम का बेटा नारायण साई भी सूरत की दो बहनों के साथ दुष्कर्म मामले में आरोपी है।