अरुणाचल प्रदेश: फिर आमने-सामने आए भारत और चीन के सैनिक, एलएसी पर घंटों रहा तनाव
समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक दोनों पक्षों के बीच कुछ घंटे इस पर चर्चा हुई और मौजूदा प्रोटोकाल्स के अनुसार दोनों ने मामले को सुलझा लिया। हालांकि इस झड़प में दोनों देशों के सैनिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारत और चीन के सैनिकों के बीच पिछले हफ्ते अरुणाचल सेक्टर में झड़प हुई थी। रक्षा विभाग के एक सूत्र ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि लाइन आफ एक्चुअल कंट्रोल पर दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प हुई। हालांकि, इसमें किसी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, दोनों पक्षों के बीच कुछ घंटे इस पर चर्चा हुई और मौजूदा प्रोटोकाल्स के अनुसार, दोनों ने मामले को सुलझा लिया।
There was a face-off in Arunachal Sector last week between soldiers of India & China as there is a difference in perception of Line of Actual Control: Sources in Defence Establishment (1/2)
— ANI (@ANI) October 8, 2021
सूत्रों ने कहा कि दोनों पक्ष अपने प्रोटोकाल के अनुसार, गश्ती गतिविधियां करते हैं। जब भी दोनों पक्षों के गश्ती दल का आमना-सामना होता है, तो दोनों पक्षों द्वारा सहमत स्थापित प्रोटोकाल और तंत्र के अनुसार, स्थिति का प्रबंधन किया जाता है। इससे पहले अगस्त में, भारत और चीन ने गोगरा हाइट्स क्षेत्र से सैनिकों को हटा दिया था और उन्हें उनके स्थायी ठिकानों पर वापस भेज दिया था। सैन्य वार्ता के 12वें दौर में भारत और चीन के सैनिकों को गश्त बिंदु 17A से हटाने पर सहमत हुए थे, जो पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में दोनों देशों के बीच घर्षण बिंदुओं में से एक है।
गौरतलब है कि 30 अगस्त को उत्तराखंड के बाराहोती में चीन के तकरीबन सौ सैनिक सीमा रेखा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुस आए थे। करीब पांच किलोमीटर तक अंदर आने के बाद चीनी सैनिक यहां से वापस लौट गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय सीमा क्षेत्र से वापस लौटने के दौरान चीनी सैनिकों ने इलाके में एक पुल को भी नुकसान पहुंचाया था। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों ने इस तरह की खबरों को खारिज कर दिया था। बता दें कि पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेनाओं के बीच अप्रैल 2020 से ही तनातनी चल रही है। डेढ़ साल से भी ज्यादा समय हो गया है, लेकिन यहां तनाव का माहौल है।