दुनियाभर में फंसे 5,200 गोवा के मूल प्रवासी कोराना संकट के चलते लौटना चाहते हैं भारत
गोवा मूल के लगभग 5200 भारतीय प्रवासी वापस भारत लौटना चाहते हैं। एनआरआइ मामलों के गोवा के आयुक्त नरेंद्र सवाइकर ने इसकी जानकारी दी।
पणजी, एएनआइ। कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण पूरी दुनिया में भारतीय फंसे हुए हैं। इन लोगों की मदद के लिए सरकार की तरफ से ऑपरेशन सेतु और वंदे भारत मिशन भी चलाया है। अब खबर है कि गोवा मूल के लगभग 5, 200 भारतीय प्रवासी वापस भारत लौटना चाहते हैं। एनआरआइ मामलों के गोवा के आयुक्त नरेंद्र सवाइकर ने कहा सोमवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि वह सभी कोरोना संकट के चलते अपने वतन लौटना चाहते हैं।
नरेंद्र सावइकर ने कहा कि कोविड-18 संकट शुरू हुआ था तभी से कुछ विदेश में रह रहे कुछ गोव के मूल के लोगों ने देश में वापस आने के लिए संपर्क किया था। इसके बाद उन्होंने उन देशों में दूतावासों से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि गोवा के एनआरआइ आयोग ने एक पोर्टल बनाया है, जहां 5,200 फंसे हुए गोवा के मूल निवासियों भारत लौटने के लिए पंजीकरण कराया है। यह डेटा केंद्र सरकार और दूतावासों के साथ साझा किया गया है ताकि फंसे हुए गोवा प्रवासी को वापस लाया जा सके। उन्होंने कहा कि उनके अनुमान के अनुसार पंजीकृत एनआरआइ कुल गोवा प्रवासियों के लगभग 25 प्रतिशत हैं और वे असुरक्षा के कारण लौट रहे हैं।
बता दें कि गोवा देश का पहला ऐसा राज्य था, जो सबसे कोरोना मुक्त हुआ था, लेकिन दोबारा से गोवा में कोरना ने दस्तक दे दी है। गोवा के मुख्यमंत्री का मानना है कि राज्य में कोरोना की दस्तक दूसरे राज्यों से आए लोगों के चलते हुआ है।
इस वक्त देश बेहद ही नाजुक स्थिति से गुजर रहा है। इस वक्त देश में कोरोना से मरनेवालों का आंकड़ा 3 हजार के पार पहुंच गया है वहीं संक्रमितों की संख्या 1 लाख के पार पहुंच गई है। चीन के वुहान से फैले इस वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश में कोरोना वायरस लॉकडाउन का एलान करना पड़ा। वर्तमान में कोरोना का चौथा चरण चल रहा है। चौथे चरण का आज दूसरा दिन है। देशभर में नए-दिशा निर्देशों के साथ नए लॉकडाउन को लागू किया गया है।