Shopian Encounter: आइपीएस अधिकारी का आतंकी भाई अपने दो साथियों संग मारा गया
सैन्य सूत्रों के अनुसार अभी तक दो आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। हालांकि उनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। सुरक्षाबलों ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के हेफ शिरमाल शोपियां में एक आईपीएस के आतंकी भाई को उसके दो अन्य साथियों संग एक भीषण मुठभेड़ में मार गिराया।।इस दौरान एक सुरक्षाकर्मी भी जख्मी हो गया। फिलहाल, सुरक्षाबलों ने मारे गए आतंकियों के अन्य साथियों की धरपकड़ के लिए अपना अभियान जारी रखा हुआनौ लोग जख्मी हो गए।
यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि बीते दो दिनों में कश्मीर में सुरक्षाबलों ने दो अलग अलग मुठभेड़ों में छह आतंंकियों को मार गिरायाहै। गत सोमवार को बडगाम के चरार ए शरीफ इलाके में भी तीन आतंकी सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे। शोपियां से मिली जानकारी के अनुसार, आज सुबह सेना की 44 आरआर, सेना के पैरा कमांडो और राज्स पुलिस विशेष अभियान दल एसओजी के एक संयुक्त कार्यदल ने शिरमाल इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया। जवानों ने जैसे ही गांव के बाहर एक बाग में तलाशी शुरु की तो वहां छिपे अातंकियों ने उन पर फायरिंग शुरु कर दी। जवानों ने भी तुरंत अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया। यह मुठभेड़ सुबह अाठ बजे शुरु हुई थी।
करीब दो घंटे तक चली इस मुठभेड़ में आतंकी ठिकाना भी तबाह हो गया और तीन आतंकी मारे गए। इस दौरान एक जवान भी जख्मी हुआ। संबधित सूत्रों की मानें दो आतंकी वहां से भागने में कामयाब रहे हैं। उन्हें पकड़ने के लिएसुरक्षाबलों ने पूरे इलाके में तलाशी अभियान चला रखा है। मारे गए आतंकिियों की हालांकि पुलिस ने अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है। लेकिन इनमें से एक की पहचान शमस उल हक मेंगनु पुत्र मोहम्मद रफीक मेंगनू के रुप में हुई है। वह निकटवर्ती द्रगड़ गांव का रहने वालाथा। शमस का बड़ा भाई बैच 2012 का आईपीएस अधिकारी है और इन दिनों पूर्वाेत्तर भारत में कहीं तैनात है। आतंकीबनने से पहले शमस उल हक श्रीनगर के बाहरी क्षेत्र जकूरा में स्थित एक सरकारी संस्थान में बैचलर्स ऑफ यूनानी मेडिसन एंड सर्जरी की पढ़ाई कर रहा था। वह 22 मई 2018 को कश्मीर विश्वविद्यालय परिसर से गायब हुआ था और कुछ ही दिनों बाद सोशल मीडिया पर उसकी फोटो वायरल होने के साथ उसके आतंकी बनने की पुष्टि हुई थी। आतंकी संगठन ने उसका नाम बुरहान सानी रखा था। उसके साथ मारे गए अन्य दो आतंकियों की तत्काल पहचान नहीं हो पाई है।
मुठभेड़ स्थल पर मौजूद एक अधिकारी ने तीन आतंकियों की मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि उनके हथियार व अन्य साजो सामान भी बरामद किया है। लेकिन उन्होंने किसी आतंकी की पहचान की पुष्टि से इंकार करते हुए कहा कि इनमें एक आईपीएस अधिकारी का भाइ शम्स उल हक हो सकता है,क्येांकि वह इसी इलाके में बीते दो तीन दिनों से घूम रहा था।
इस बीच, शिरमाल में मुठभेढ़ की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में लोग नारेबाजी करते हुए घरों से बाहर निकल आए। इस दौरान स्थानीय मस्जिदों से भी शरारती तत्वों ने एलान किए और कुछ देर में सुरक्षाबलों पर पथराव शुरु हेा गया। कइ्र लोगों ने सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट का प्रयास करते हुए उनकी घेराबंदी भी तोड़ने चाही ताकि आतंकी वहां से निकल सकें। लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने घेराबंदी नहीं टूटने दी। उन्होंने हिंसक तत्वों को खदेड़ने के लिए लाठियों ,आंसूगैस और पैलेट का भी सहारा लिया। कुछ लोगों के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने गोली भी चलाई,लेकिन इस तथ्य की पुष्टि नहीं हो पाई है। दोपहर को इस खबर के लिखे जाने तक आतंकी समर्थक तत्वों व सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झढ़पों में चार स्थानीय पत्रकारों समेत नौ लोग जख्मी हुए थे।