चोकसी को वापस भेजने के मामले में भारत के 'वैध अनुरोध' पर एंटीगुआ करेगा विचार
एंटीगुआ और बारबुडा की सरकार भारत से वैध अनुरोध मिलने पर कानून के मुताबिक हर संभव मदद का प्रयास करेगी। हालांकि इस संबंध में अभी तक उसे कोई अनुरोध नहीं मिला है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। एंटीगुआ सरकार ने संकेत दिए हैं कि अगर भारत की तरफ से उसे हीरा कारोबारी नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी को वापस भेजने के संबंध में 'वैध अनुरोध' प्राप्त होता है तो वह इस पर विचार करेगी। गौरतलब है कि चोकसी ने वहां की नागरिकता ले ली है।
कैबिनेट ब्रीफिंग का हवाला देते हुए 'द डेली आब्जर्वर' ने कहा है कि एंटीगुआ और बारबुडा की सरकार भारत से वैध अनुरोध मिलने पर कानून के मुताबिक हर संभव मदद का प्रयास करेगी। हालांकि इस संबंध में अभी तक उसे कोई अनुरोध नहीं मिला है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कैबिनेट में इस बात की भी चर्चा हुई थी कि भारत के साथ उसकी प्रत्यर्पण संधि नहीं है और न ही चोकसी ने एंटीगुआ में कोई अपराध किया है।
बता दें कि गत नवंबर में चोकसी को नागरिकता देने के मसले पर एंटीगुआ की सिटीजनशिप इन्वेस्टमेंट यूनिट (सीआइयू) को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। अखबार ने जब इस संबंध में यूनिट से संपर्क किया तो उसने कहा कि चोकसी के नागरिकता अनुरोध पर पूरे विचार-विमर्श और इंटरपोल से जांच-परख के बाद फैसला लिया गया है। हालांकि इस संबंध में सीबीआइ ने इन्कार करते हुए कहा कि इंटरपोल ने उससे इस संबंध में कभी कोई संपर्क नहीं किया।
भारत हमारा मित्र राष्ट्र
अखबार अपने संपादकीय में लिखता है कि भारत हमारा मित्र राष्ट्र है। कई मौकों पर उसने हमारी मदद की है। अब हमारी बारी है। इतना ही नहीं अखबार लिखता है कि ऐसा लगता है कि सीआइयू की नागरिकता के संबंध में की गई जांच-पड़ताल महज एक तमाशा थी। सरकार को इस संबंध में सारे दस्तावेज देश के सामने रखने चाहिए ताकि इस देश के नागरिकों को पूरी प्रक्रिया पर भरोसा हो सके।