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Antarctica Coronavirus Update: कोरोना वायरस से कब तक बचा रहेगा अंटार्कटिका

Antarctica Coronavirus Update सीओएमएनएपी ने कहा कि इस वायरस को महाद्वीप तक पहुंचने से रोकने के लिए तत्काल प्रयास किए जाने चाहिए।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Mon, 14 Sep 2020 09:43 AM (IST)Updated: Mon, 14 Sep 2020 09:45 AM (IST)
Antarctica Coronavirus Update: कोरोना वायरस से कब तक बचा रहेगा अंटार्कटिका
Antarctica Coronavirus Update: कोरोना वायरस से कब तक बचा रहेगा अंटार्कटिका

नई दिल्‍ली, जेएनएन। Antarctica Coronavirus Update कोरोना वायरस से चपेट में दुनिया का लगभग हर कोना है, लेकिन अंटार्कटिका ऐसा महाद्वीप है जहां इस घातक वायरस की पहुंच नहीं हो सकी है। यहां आप बिना मास्क के घूम सकते हैं और हजारों मील दूर से इस महामारी की खबर रख सकते हैं। एपी एजेंसी के अनुसार करीब एक हजार वैज्ञानिक और अन्य लोग इस बर्फीली जगह पर रहते हैं। जिन्होंने कई महीनों के बाद अब सूरज देखा है। इन लोगों ने एक वैश्विक प्रयास शुरू किया है, जिसके तहत यह सुनिश्चित किया जा सके कि यहां आने वाले उनके सहकर्मी अपने साथ यह जानलेवा वायरस लेकर न आएं।

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सुरक्षित छोटा बुलबुला : अंटार्कटिका महाद्वीप में मौजूद ब्रिटेन के रोथेरो रिसर्च स्टेशन के क्षेत्रीय मार्गदर्शक रॉब टायलर के मुताबिक, हमारा यह छोटा बुलबुला सुरक्षित है। कोरोना से पहले के दिनों में भी यहां आने वाले दलों के लिए लंबे आइसोलेशन, आत्मनिर्भरता और मनोवैज्ञानिक दबाव आम बात थी, अब शेष विश्व इसे हैरानी की दृष्टि से देखता है। टायलर अक्टूबर में यहां आए थे, जिसके कारण इस महामारी से अनजान थे। उन्होंने कहा, ‘सामान्य रूप से ब्रिटेन के लोगों को लॉकडाउन में मिली स्वतंत्रता से ज्यादा छूट हमें दी गई है। हम स्की कर सकते हैं, एक दूसरे के साथ मिल सकते हैं, दौड़ लगा सकते हैं और सब कुछ कर सकते हैं।’

महामारी ला सकती है तबाही : कोविड-19 को लेकर देशों के मध्य कूटनीतिक रिश्ते भले ही बिगड़ रहे हों, लेकिन यहां पर 30 देशों की काउंसिल ऑफ मैनेजर्स ऑफ नेशनल अंटार्कटिक प्रोग्राम (सीओएमएनएपी) वायरस को बाहर रखने के लिए एकजुट है। अमेरिका, रूस और अन्य देशों के बीच एकजुटता देखने को मिलती है। इस महामारी से डरे विश्व ने मार्च में ही लॉकडाउन कर दिया था। अंटार्कटिक कार्यक्रम इस बात पर सहमत है कि महामारी भीषण तबाही ला सकती है। एपी एजेंसी के अनुसार विश्व की सबसे तेज हवाओं और सबसे कम तापमान के साथ अमेरिका और मेक्सिको के आकार का यह महाद्वीप पहले से ही जीवन के प्रतिकूल है। सीओएमएनएपी के एक दस्तावेज के मुताबिक, सीमित चिकित्सा देखभाल और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रियाओं के कारण अंटार्कटिका के कठिन वातावरण में बेहद संक्रामक कोरोना वायरस मृत्यु दर और बीमारी के साथ प्रलयकारी परिणाम दे सकता है।

गलती की गुंजायश नहीं : दूरस्थ इलाके और ऐसे वातावरण में सभी दलों की तरह ही टायलर और उनके 26 सहकर्मियों को दक्षिणी ध्रुव सहित अंटार्कटिका में हर तरक के काम में दक्ष होना चाहिए। जिसमें गलती की कोई गुंजायश नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वे पारियों में खाना बनाते हैं और मौसम के बारे में पता लगाते हैं। अच्छे इंटरनेट कनेक्शन का अर्थ है कि वे देख सकते हैं कि महामारी शेष दुनिया को अपनी गिरफ्त में ले रही है। उन्होंने कहा कि अब तक आने वाले सहकíमयों को लेकर यह ध्यान रखना होता था कि उन्हें तैयारी के बारे में किस तरह से बताना है।

संक्रमण रोकने के लिए एहतियात जरूरी : अंटार्कटिका में विमान या फिर जहाज के जरिये ही पहुंचा जा सकता है। सीओएमएनएपी ने कहा कि इस वायरस को महाद्वीप तक पहुंचने से रोकने के लिए तत्काल प्रयास किए जाने चाहिए। साथ ही चेताया कि पर्यटकों के साथ कोई संपर्क नहीं रखना चाहिए। किसी भी क्रूज शिप को नहीं आने देना चाहिए। एक दूसरे के पास स्थित अंटार्कटिक में मौजूद विभिन्न दलों के मध्य स्टेशनों और सुविधाओं के बीच आपसी यात्रओं को रोका जाना चाहिए। यहां मौजूद कर्मियों को काफी समय हाथ धोने और छींक आने से जुड़े शिष्टाचारों के बारे में प्रशिक्षित किया गया है।


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