अंडमान-निकोबार से Brahmos सुपरसोनिक मिसाइल का एक और टेस्ट, 300 KM की रेंज हासिल
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सतह से सतह तक वार करने का टेस्ट 300 किलोमीटर की स्ट्राइक रेंज तक सफल रहा। अब भारतीय वायु सेना के पास मिसाइल के लैंड और हवा संबंधित वार करने वाले दोनों ही वर्जन मौजूद हैं।
पोर्ट ब्लेयर, एएनआइ। कोरोना महामारी से लड़ाई के बीच भारत देश की सुरक्षा को भी चुनौती की तरह देख रहा है। सीमा पर चल रहे तनाव के चलते भारत रक्षा क्षेत्र में आए दिन इजाफा कर रहा है। भारत ने आज अंडमान-निकोबार द्वीप समूह से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया। सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना द्वारा इन दिनों कई प्रकार के टेस्ट किए जा रहे हैं, जहां बुधवार को किए गए मिसाइल का परीक्षण भी उसी प्रोग्राम के अंतर्गत था।
बताया गया कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सतह से सतह तक वार करने का टेस्ट 300 किलोमीटर की स्ट्राइक रेंज तक सफल रहा। वहीं, अब भारतीय वायु सेना के पास मिसाइल के लैंड और हवा संबंधित वार करने वाले दोनों ही वर्जन मौजूद हैं।
बीते दिन मंगलवार को भी भारत ने आज अंडमान-निकोबार द्वीप समूह से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के लैंड अटैक वर्जन का परीक्षण किया था। यह परीक्षण मंगलवार सुबह 10 बजे किया गया, जिसने एक अन्य द्वीप पर मौजूद लक्ष्य को सफलतापूर्वक नष्ट किया। वहीं, इसके साथ ही ब्रह्मोस मिसाइल की स्ट्राइक रेंज 400 किमी से अधिक हो गई थी। बता दें कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल अपनी श्रेणी में दुनिया की सबसे तेज परिचालन प्रणाली है। डीआरडीओ ने मिसाइल प्रणाली की सीमा को मौजूदा 298 किमी से बढ़ाकर लगभग 450 किमी कर दिया है।
डीआरडीओ पिछले कुछ समय में कई नई और मौजूदा मिसाइल प्रणालियों सहित शौर्य मिसाइल प्रणाली का परीक्षण करने में सफल रहा है। बता दें कि भारत, चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा पर जारी तनाव के बीच अपनी ताकत में इजाफा करने में जुटा हुआ है। भारत लगातार क्रूज और बैलेस्टिक मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है।