पहले लोकपाल पीसी घोष का नाम आने के बाद अन्ना बोले- सुप्रीम कोर्ट के भारी दबाव में थी सरकार
लोकपाल की मांग को को लेकर अन्ना हजारे ने यूपीए-2 सरकार के दौरान दिल्ली के रामलीला मैदान में जन आंदोलन किया था। पीसी घोष के नाम के बाद अन्ना ने सुप्रीम कोर्ट और जनता की जीत बताया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। देश के पहले लोकपाल पीसी घोष का नाम सामने आने के बाद समाजसेवी अन्ना हजारे की पहली प्रतिक्रिया आई है। लंबे समय से लोकपाल को लेकर लड़ाई लड़ रहे अन्ना हजारे ने अब खुशी जाहिर की है। लोकपाल के रूप में पीसी घोष का नाम सामने आने के बाद समाजसेवी अन्ना हजारे ने इसे देश की जनता की जीत बताया है।
अन्ना ने कहा, 'सरकार पर भारी दबाव के चलते लोकपाल का नाम सामने आया है। आंदोलन के नौ साल बाद आज जो कार्रवाई हुई है। ये देश की जनता की जीत है। सुप्रीम कोर्ट की तारीफ करते हुए अन्ना हजारे ने कहा कि इस देश की सर्वोच्च व्यवस्था जो है, वो न्याय व्यवस्था है। सुप्रीम कोर्ट के भारी दबाव के बाद ही सरकार को झुकना पड़ा है। इस कारण सरकार को लोकपाल नियुक्त करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि समाज सेवी अन्ना हजारे ने पिछले नौ साल में लोकपाल की नियुक्ति किए जाने को लेकर कई आंदोलन किए हैं। पिछले दिनों अन्ना हजारे ने अपने पैतृक गांव रालेगण सिद्धी में 30 जनवरी से 5 फरवरी तक अनशन किया था। मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश पिनाकी चंद्र घोष भारत के पहले लोकपाल हो सकते हैं। लोकपाल की चयन समिति ने लोकपाल अध्यक्ष और आठ सदस्यों के नाम तय कर लिए हैं। माना जा रहा है कि समिति ने लोकपाल अध्यक्ष के लिए जस्टिस पीसी घोष का चयन किया है