गुलजार व अमिताभ को पीछे छोड़ सरेशवाला बने चांसलर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव अभियान का 'मुस्लिम चेहरा' रहे जफर सरेशवाला को केंद्र सरकार ने सोमवार को मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी का चांसलर चुन लिया है।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री अजीम प्रेमजीके चुनाव अभियान का 'मुस्लिम चेहरा' रहे जफर सरेशवाला को केंद्र सरकार ने सोमवार को मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी का चांसलर चुन लिया है। खास बात यह है कि विख्यात हस्तियों अमिताभ बच्चन, गुलजार और अजीम प्रेमजी के नाम पर भी इस पद के लिए विचार चल रहा था। लेकिन वह लोग आश्चर्यजनक रूप से इस दौड़ में पीछे रह गए।
आरटीआइ के तहत मिली जानकारी के अनुसार मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सरेशवाला का नाम यह कहते हुए चुना कि वह युवाओं और उद्योग जगत में ऊर्जावान हैं। इसलिए उनके नेतृत्व में संस्थान को बहुत फायदा होगा।
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विश्वविद्यालय की अधिशासी परिषद ने इन छह हस्तियों के नाम पर विचार किया था। दरअसल, चांसलर के पद पर प्राख्यात शिक्षाशास्त्री डॉ. सईदा हमीद का कार्यकाल 10 जुलाई, 2014 को पूरा हो चुका है। कार डीलर सरेशवाला के अलावा, इस पद के लिए परिषद ने जिन प्रस्तावित हस्तियों को चुना था उनमें अभिनेता अमिताभ बच्चन, कवि गुलजार, विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी, देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश एएम अहमदी और पहले मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्लाह प्रमुख हैं। यह चयनित नाम विश्वविद्यालय की परिषद ने एक दिसंबर 2014 को मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजे थे।
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