भाजपा की मजबूती के लिए अमित शाह ने कार्यकर्ताअों को दिया ये मंत्र
राजस्थान में पार्टी ने विस्तारक योजना लागू कर दी है। इसके तहत विस्तारकों का चयन कर, उन्हें बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के लिए भेजा जा रहा है।
जयपुर,[मनीष गोधा]। तीन दिन में 14 बैठकें कर गए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राजस्थान के नेताओं और कार्यकर्ताओं को सिर्फ एक मूल मंत्र दिया है, अगले 25 साल तक सत्ता में रहना है तो बूथ को मजबूत बनाओ और विस्तारक योजना को पूरी गंभीरता से लागू करो। शाह का दौरा मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को बदले जाने की अटकलों को एक बार फिर विराम दे गया। उन्होंने राजे के नेतृत्व पर पूरा भरोसा जताया और सरकार के कामकाज की तारीफ की।
राजस्थान में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव और प्रदेश नेतृत्व में बदलाव को लेकर बार-बार उठने वाली चर्चाओं को देखते हुए अमित शाह का दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था। पार्टी कार्यकर्ताओं की मानें तो यह दौरा पूरे संगठन में एक नई ऊर्जा भर गया है। राजस्थान की सरकार और संगठन ने शाह की आवभगत में कोई कसर नहीं छो़ड़ी। मुख्यमंत्री राजे खुद हर व्यवस्था की मॉनिटरिंग करती दिखीं और हर बैठक में मौजूद भी रहीं। तीनों दिन भाजपा मुख्यालय में ही रहे शाह शुक्रवार को यहां आए थे।
अमित शाह के दौरे की खास बात यह रही कि तीनों दिन वह भाजपा मुख्यालय में ही रहे। उनके लिए सर्किट हाउस में कमरे तैयार कराए गए थे, लेकिन उन्होंने भाजपा मुख्यायल में ही ठहरना पसंद किया। जयपुर आगमन पर उनका जोरदार स्वागत हुआ और इसके बाद से लगातार तीन दिन तक उन्होंने संगठन से जु़ड़े हर विभाग, प्रकल्प, प्रकोष्ठ, सरकार, बोर्ड, निगम, जिलास्तरीय पदाधिकारियों आदि के साथ 14 बैठकें कीं। इस दौरान वे प्रबुद्धजनों और संतों से मिले और एक दलित कार्यकर्ता के यहां भोजन करने भी गए।
सरकार की समीक्षा नहीं, संगठन पर जोर
जयपुर में शाह की पहली बैठक सरकार के मंत्रियों के साथ ही थी और उम्मीद की जा रही थी कि वे सरकार के कामकाज की समीक्षा कर सकते हैं, लेकिन उन्होंने बैठक में साफ कर दिया कि सरकार के काम की समीक्षा, जिसे करनी है वे ही करेंगे, उन्हें सिर्फ यह देखना है कि संगठन की मजबूती में सरकार क्या सहयोग कर सकती है। उन्होंने मंत्रियों से कहा कि अपने दौरों में संगठन के कामकाज को भी देखें और बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करें। इसके बाद होने वाली हर बैठक में उन्होंने कार्यकर्ताओं को यही बात कही और साफ तौर पर कहा कि सरकार अपना काम कर रही है, लेकिन बूथ स्तर तक पार्टी मजबूत नहीं हुई तो सरकार के काम भी जीत नहीं दिला पाएंगे।
किसी से परहेज नहीं
शाह ने नेताओं और कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि सभी को पार्टी से जो़ड़ने की कोशिश की जाए, फिर वह चाहे किसी भी जाति, धर्म, वर्ग या विचारधारा से संबंध क्यों न रखता हो। सूत्रों का कहना है कि पार्टी अन्य राज्यों की तरह राजस्थान मे भी दूसरे दलों के नेताओं के लिए अपने द्वार पूरी तरह खोल सकती है।
विस्तारक योजना पर खास जोर
राजस्थान में पार्टी ने विस्तारक योजना लागू कर दी है। इसके तहत विस्तारकों का चयन कर, उन्हें बूथ स्तर पर पार्टी को मजबूत करने के लिए भेजा जा रहा है। रविवार को विस्तारकों के साथ भी शाह ने बैठक की और कहा कि वह इस योजना को लेकर बहुत गंभीर हैं। नेताओं को भी हिदायत दी कि इसे औपचारिकता नहीं मानें, बल्कि पूरी गंभीरता से लागू करें। सूत्रों का कहना है कि राजस्थान में गांव-ढाणियों के बीच दूरी को देखते हुए पार्टी विस्तारकों को मोटरइसाइकिलें देने पर भी विचार कर सकती है, क्योंकि बैठक में विस्तारकों के खर्च और परिवहन की व्यवस्था का मामला उठा था।