Move to Jagran APP

बाबा बर्फानी की यात्रा पर खराब मौसम का ब्रेक, श्रद्धालुओं को जम्मू कैंप पर ही रोका गया

पवित्र गुफा के रास्ते में करीब 100 मीटर का ट्रैक बारिश में बह गया है। इसके अलावा छोटे-छोटे पुल भी तेज धार में बह गए हैं।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Sat, 30 Jun 2018 09:19 AM (IST)Updated: Sat, 30 Jun 2018 02:13 PM (IST)
बाबा बर्फानी की यात्रा पर खराब मौसम का ब्रेक, श्रद्धालुओं को जम्मू कैंप पर ही रोका गया
बाबा बर्फानी की यात्रा पर खराब मौसम का ब्रेक, श्रद्धालुओं को जम्मू कैंप पर ही रोका गया

जम्मू [ राज्य ब्यूरो ] ।  लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन की घटनाओं के चलते आज अमरनाथ यात्रा पूरी तरह से रोक दी गई है। खराब मौसम को देखते हुए श्रद्धालुओं को जम्मू कैंप पर ही रोका गया है। अधिकारियों ने बताया कि कई जगहों पर भूस्खलन की वजह से काली माता ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया है। पवित्र गुफा के रास्ते में करीब 100 मीटर का ट्रैक बारिश में बह गया है। इसके अलावा छोटे-छोटे पुल भी तेज धार में बह गए हैं। इसकी वजह से बालटाल मार्ग से अमरनाथ यात्रा को रोकना पड़ा है।

loksabha election banner

मूसलधार बारिश के चलते श्री अमरनाथ यात्रा शुक्रवार को दूसरे दिन भी बाधित रही। आधार शिविर बालटाल से यात्रा दिनभर स्थगित रही, जबकि पहलगाम मार्ग से मात्र 1263 श्रद्धालुओं को रवाना करने के बाद यात्रा फिर रोक दी गई। बिगड़े मौसम का ही असर रहा कि शुक्रवार को मात्र 280 श्रद्धालुओं ने पवित्र हिमलिंग के दर्शन किए। इसके साथ ही दो दिनों में बाबा बर्फानी के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 1287 पहुंच गई। बारिश से हजारों श्रद्धालु बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों में फंस कर रह गए हैं। इधर, जम्मू से निकला 2876 श्रद्धालुओं का तीसरा जत्था भी जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर भूस्खलन से ऊधमपुर से रामबन तक छह घंटे रास्ता बंद हो जाने से जाम में फंसा रहा।

हाईवे खुलने के बाद बालटाल मार्ग वाले जत्थे को आगे रवाना कर दिया, लेकिन पहलगाम रूट वाले जत्थे को ऊधमपुर में ही रोक लिया गया। सभी जगह फंसे श्रद्धालुओं को प्रशासन हर संभव सुविधा देने के प्रयास में जुटा है। श्री अमरनाथ यात्रा गुरुवार को शुरू हुई थी, लेकिन पहले दिन भी बारिश के चलते बालटाल से मात्र 1316 और पहलगाम से 60 श्रद्धालु ही दर्शनों के लिए रवाना हो सके थे।

पहले दिन 1007 शिव भक्तों ने पवित्र हिमलिंग के दर्शन किए थे। उम्मीद थी कि मौसम साफ होने के बाद शुक्रवार को यात्रा सुचारू हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। बताया जा रहा है कि बालटाल मार्ग पर बारिश के कारण काली माता रास्ते को नुकसान पहुंचा है। उसे ठीक किया जा रहा है।

पहलगाम में करीब चार हजार और बालटाल में भी तीन हजार श्रद्धालु फंस कर रह गए हैं। इस बीच, बांडीपोरा के जिला विकास आयुक्त खुर्शीद अहमद ने शादीपोरा सुंबल ट्रांजिट कैंप का दौरा कर अमरनाथ यात्रियों के लिए किए गए प्रबंधों का जायजा लिया। उन्होंने सभी विभागों को श्रद्धालुओं को हरसंभव सुविधा देने के निर्देश दिए। हाईवे बंद होने से फंसे यात्री शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे मूसलधार बारिश से जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर रामबन के डिगडोल, पंतिहाल, गांगरू सहित कुछ अन्य जगहों पर भूस्खलन हुआ।

ऊधमपुर के पास भी पहाड़ से पत्थर हाईवे पर आ गए। ऊधमपुर में गिरे मलबे को तो फौरन हटाकर रास्ता खोल दिया गया, मगर रामबन जिले में रास्ता 11 बजे खुल सका। करीब छह घंटे हाईवे बंद रहने से लंबा जाम लग गया। इसमें श्री अमरनाथ के दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालु और जम्मू से निकला 2876 श्रद्धालुओं का तीसरा जत्था भी फंस गया। पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर बारिश के बीच बालटाल मार्ग से जाने वाले 29 वाहनों को जखैनी से आगे जाने की अनुमति दी।

श्रद्धालुओं को ऊधमपुर से रामबन तक पहुंचने में ही करीब 10 घंटे लग गए। शाम करीब पौने सात बजे श्रद्धालुओं को रामबन से आगे रवाना किया गया। एसएसपी ट्रैफिक का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे एसएसपी, रामबन मोहन लाल ने बताया कि हाईवे खोल कर प्राथमिकता के आधार पर यात्रा जत्थे के वाहनों को निकाला गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.