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SCBA चुनाव के लिए पैनल के सभी तीन सदस्यों ने दिया इस्तीफा

Supreme Court bar association election Panel members resign सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन हर साल अपने एक्जीक्यूटीव कमिटी के सदस्यों के चयन के लिए चुनाव आयोजित करता है। इस चुनाव के लिए नियुक्त पैनल के तीनों सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है।

By Monika MinalEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 01:08 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 01:08 PM (IST)
SCBA चुनाव के लिए पैनल के सभी तीन सदस्यों ने दिया इस्तीफा
SCBA चुनाव के लिए पैनल के सदस्यों ने दिया इस्तीफा

नई दिल्ली, प्रेट्र। इस साल सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) का चुनाव करने वाले चुनाव आयोग (election committee) के सभी तीन सदस्यों ने शनिवार को इस्तीफा दे दिया। SCBA चुनाव 2020-21  के लिए  चुनाव  आयोग के चेयरमैन सीनियर एडवोकेट जयदीप गुप्ता (Jaideep Gupta) व अन्य दो सदस्य हरिन पी रावल (Harin P Raval) और नकुल दीवान (Nakul Dewan) थे। SCBA हर साल अपने एक्जीक्यूटीव कमिटी के सदस्यों के चयन के लिए चुनाव आयोजित करता है। 

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बता दें  कि SCBA के अध्यक्ष दुष्यंत दवे (Dushyant Dave) ने गुरुवार को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया, इसके लिए लिखे गए अपने पत्र में उन्होंने कहा कि कार्यकारी समिति का कार्यकाल समाप्त हो चुका है और उन्होंने आभासी चुनाव ( virtual elections) कराने की योजना बनाई है। उन्होंने कहा, 'हमने चुनाव के लिए डिजिटल माध्यम से चुनाव कराने का फैसला लिया था लेकिन कुछ सदस्यों की ओर से ऐतराज के कारण निर्धारित समय पर चुनाव कराना संभव नहीं है। मैं हालात को समझता हूं और ऐसे में मेरा अध्यक्ष बने रहना नैतिक रूप से गलत होगा।'

SCBA के कार्यकारी सचिव रोहित पांडे को लिखे गए संयुक्त पत्र में आयोग के सदस्यों ने कहा कि उन्होंने चुनाव का आयोजन डिजिटल प्लेटफार्म पर कराने का फैसला किया है और इसके लिए डिजिटल फर्म NSDL से चर्चा कर रहे हैं। पत्र में NSDL के साथ हुए समझौते के मसौदे और इसके जरिए चुनाव कराने में आने वाले खर्च का विवरण भी है जो 14 जनवरी को SCBA के एक्जीक्यूटीव कमिटी को भेजा गया। 

इस्तीफा देने वाले पैनल के सदस्यों ने कहा कि चुनाव के लिए पैनल के सदस्यों के नाते ड्यूटी निभाना संभव नहीं। पिछले साल 4 दिसंबर को SCBA के एक्जीक्यूटिव कमिटी ने सीनियर एडवोकेट जयदीप गुप्ता की अध्यक्षता में चुनाव आयोग के गठित करने का फैसला लिया था जो जनवरी के दूसरे सप्ताह में चुनावों का आयोजन करने वाली थी। बार एसोसिएशन के कुछ सदस्यों ने वर्चुअल चुनाव कराने का विरोध किया था और हाइब्रिड सिस्टम की बात की जिसमें वकीलों को फिजिकली और वर्चुअली दोनों ही तरीकों से वोट देने की अनुमति हो। 


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