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अखिलेश की चाय बनाने में हर महीने खर्च हुए आठ सिलेंडर

लखनऊ। सरकार ने आम आदमी के लिए भले ही सब्सिडी वाले सिलेंडरों की संख्या घटाकर छह कर दी है, लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश अकेले चाय पीने में ही आठ सिलेंडर हजम कर जाते हैं। यूपी के नेता और आला अफसर ऐसे सिलेंडरों पर धड़ल्ले से मौज कर रहे हैं। उनके स्टोर में हर महीने सैकड़ों एलपीजी सिलेंडर खप रहे हैं

By Edited By: Published: Tue, 18 Sep 2012 01:20 PM (IST)Updated: Tue, 18 Sep 2012 05:02 PM (IST)
अखिलेश की चाय बनाने में हर महीने खर्च हुए आठ सिलेंडर

आइ नेक्स्ट, लखनऊ। सरकार ने आम आदमी के लिए भले ही सब्सिडी वाले सिलेंडरों की संख्या घटाकर छह कर दी है, लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश अकेले चाय पीने में ही आठ सिलेंडर हजम कर जाते हैं।

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यूपी के नेता और आला अफसर ऐसे सिलेंडरों पर धड़ल्ले से मौज कर रहे हैं। उनके स्टोर में हर महीने सैकड़ों एलपीजी सिलेंडर खप रहे हैं। यह कोई नहीं जानता कि इन सिलेंडरों का इस्तेमाल सरकारी कार्यालयों में होता है या यह नेताओं के घरों में खाना बनाने के काम आते हैं।

गैस एजेंसियों के ट्रासपेरेंसी पोर्टल के जरिए यह हकीकत सामने आई है। इंडेन गैस के पोर्टल से पता चला कि कई सरकारी विभागों के मुखिया के नाम पर 14 से 20 गैस कनेक्शन दर्ज हैं। ऊपर से इन पर सरकार लाखों रुपये की सब्सिडी भी दे रही है।

मुख्यमंत्री कार्यालय की बात की जाए तो यहा बनने वाली चाय पर पिछले चार महीने में 34 सिलेंडर यानी हर महीने करीब 8 सिलेंडर खर्च हो गए। वहीं सचिवालय में चार महीने में 24 और विधान सभा में 75 सिलेंडरों की खपत हुई। यूपी के मुख्य सचिव के कैंप कार्यालय में पिछले चार महीनों में 77 सिलेंडर खर्च हुए। राज्यपाल के नाम पर एक अप्रैल से 24 अगस्त के बीच 24 सिलेंडर इश्यू किए गए, जबकि गवर्नर के सचिव के नाम पर इन्हीं चार महीनों के दौरान 30 सिलेंडर जारी किए गए।

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