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एक हजार मीटर आगे लैंड किया था विमान, उतरना था 28 नंबर रनवे पर लेकिन 10 नं. पर हुई थी लैंडिंग

हादसे का शिकार हुआ एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान रनवे पर तय जगह से लगभग एक हजार मीटर आगे जाकर लैंड किया था। यही नहीं उतरना था 28 नंबर रनवे पर लेकिन...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sat, 08 Aug 2020 08:01 PM (IST)Updated: Sun, 09 Aug 2020 04:09 AM (IST)
एक हजार मीटर आगे लैंड किया था विमान, उतरना था 28 नंबर रनवे पर लेकिन 10 नं. पर हुई थी लैंडिंग
एक हजार मीटर आगे लैंड किया था विमान, उतरना था 28 नंबर रनवे पर लेकिन 10 नं. पर हुई थी लैंडिंग

नई दिल्ली, एजेंसियां। केरल के कोझिकोड में कारीपुर एयरपोर्ट पर हादसे का शिकार हुआ एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान रनवे पर तय जगह से लगभग एक हजार मीटर आगे जाकर लैंड किया था। इसकी वजह से पायलट विमान की गति को कम कर उसे रनवे पर रोकने में सफल नहीं हुआ। वैसे हादसे कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू हो गई है। विमान का ब्लैक बॉक्स मिल गया है। हादसे में मरने वालों की संख्या 18 हो गई है। उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने सहयोगी मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।

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रनवे संख्या 28 पर उतरना था

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआइ) के प्रवक्ता ने बताया कि विमान को रनवे संख्या 28 पर उतरना था, जो इस्तेमाल में था। लेकिन लैंडिंग के पहले प्रयास में पायलट रनवे को सही तरीके से नहीं देख पाया। पायलट के अनुरोध पर विमान को रनवे संख्या 10 पर उतारने की अनुमति दी गई। इस रनवे की कुल लंबाई 2,700 मीटर है। लेकिन भारी बारिश की वजह से कम हुई रोशनी के चलते पायलट इस रनवे पर भी विमान को तय स्थान पर लैंड कराने में विफल रहा।

मृतकों में सात महिलाएं और चार बच्चे भी शामिल

करीब एक हजार मीटर आगे टैक्सीवे के पास जाकर विमान जमीन से टकराया और पायलट को उसकी गति कम करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं मिल पाई। परिणामस्वरूप विमान रनवे से आगे जाकर खाई में गिर गया और दो टुकड़ों में बंट गया। इस हादसे में मरने वालों की संख्या 18 हो गई है, जिसमें दोनों पायलट भी शामिल हैं। मृतकों में 14 वयस्क और चार बच्चे शामिल हैं। 14 वयस्कों में सात पुरुष और सात महिलाएं हैं। शनिवार देर शाम दोनों पायलटों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए।

दिल्ली लाया जाएगा ब्लैक बॉक्स

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के एक अधिकारी ने बताया कि विमान का ब्लैक बॉक्स मिल गया है। किसी विमान के ब्लैक बॉक्स में डिजिटल फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर (डीएफडीआर) और कॉकपिट वाइस रिकॉर्डर (सीवीआर) दोनों शामिल होते हैं। ब्लैक बॉक्स को आगे की जांच के लिए दिल्ली लाया जाएगा। डीएफडीआर में विमान की गति, उसकी ऊंचाई और ईंधन के बारे में जानकारी होती है। 

...सख्‍त कदम उठाए जाएं ताकि दोबारा ना हों ऐसे हादसे

सीवीआर में विमान के कॉकपिट में हुई बातचीत दर्ज होती है। एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआइबी) ने हादसे कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। ब्लैक बॉक्स से जांच में बहुत मदद मिलती है। एविएशन कंसल्टेंसी फर्म सीएपीए का कहना है कि डीजीसीए और एएआइबी को इस हादसे की जांच करने के बाद सख्त उठाने चाहिए ताकि खासकर टेबलटॉप एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार हो सके।

उड्डयन मंत्री ने लिया घटनास्थल का जायजा

नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कोझिकोड में घटनास्थल का जायजा लेने के बाद पत्रकारों से कहा कि मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को दो-दो लाख और मामूली रूप से घायलों को 50-50 रुपये की अंतरिम राहत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन समझौते के मुताबिक भी पीडि़तों को मुआवजे दिलाने के लिए कदम उठाए जाएंगे।

केरल सरकार ने भी 10-10 लाख के मुआवजे की घोषणा की

पुरी के साथ विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन राव, एयर इंडिया के चेयरमैन और एयर इंडिया एक्सप्रेस के सीईओ समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे। केरल सरकार ने भी मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। साथ ही घायलों के इलाज का सारा खर्च भी राज्य सरकार वहन करेगी।

बेहतरीन पायलट थे दीपक साठे

नागरिक उड्डयन मंत्री पुरी ने कहा कि हादसे में मारे गए पायलट कैप्टन दीपक वसंत साठे एयर इंडिया के सबसे बेहतरीन और अनुभवी पायलटों में से एक थे। उन्हें 10 हजार घंटे से भी अधिक का विमान उड़ाने का अनुभव था। सहायक पायलट अखिलेश कुमार के पास भी 1,723 घंटे उड़ान का अनुभव था। पुरी ने कहा कि दीपक साठे इससे पहले कम से कम 27 बार इस रनवे पर विमान लैंड करा चुके थे।

सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे

एएआइ के चेयरमैन अरविंद सिंह ने कहा कि हादसे की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे। कोझिकोड एयरपोर्ट का संचालन एएआइ ही करता है। सिंह ने इस बात से इन्कार किया कि हाल में इस एयरपोर्ट पर सुरक्षा संबंधी कोई समस्या पैदा हुई थी। उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद विमान सेवा शुरू होने के बाद इस एयरपोर्ट पर रोजाना 10 विमानों का संचालन हो रहा था।

त्वरित मदद के लिए स्थानीय लोगों की सराहना

नागरिक उड्डयन मंत्री पुरी के साथ ही केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने हादसे के बाद स्थानीय अधिकारियों और लोगों द्वारा तुरंत बचाव कार्य शुरू करने की सराहना की, जिससे कई लोगों की जान बच गई। हालात का जायजा लेने कोझिकोड पहुंचे विजयन ने कहा कि स्थानीय लोगों की त्वरित मदद से परिस्थितियां एकदम बदल गईं।

वंदे भारत मिशन जारी रहेगा

खाड़ी के देश से इस विमान का परिचालन वंदे भारत मिशन के तहत किया जा रहा था। कोरोना लॉकडाउन के चलते दूसरे देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए वंदे भारत मिशन शुरू किया गया था। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि यह मिशन जारी रहेगा। मंत्रालय ने कहा, 'वंदे भारत मिशन के उड़ानों कोई समस्या नहीं है, यह जारी रहेगा।' 


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