तेलंगाना में अगले साल से गांवों में नहीं बनेंगे कृषि खरीद केंद्र, मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुआ फैसला
राज्य सरकार ने बताया कि मंडी में खरीद को सुचारू तरीके से संचालित करने के लिए टोकन की व्यवस्था की जाएगी। इससे सभी किसानों को एक ही बार में मंडी नहीं आना पड़ेगा। सरकार ने कहा महामारी के कारण बनी परिस्थितियों में गांवों में खरीद केंद्र स्थापित किए गए थे।
हैदराबाद, आइएएनएस। तेलंगाना सरकार ने कहा है कि अगले साल से गांवों में कृषि उत्पाद खरीद केंद्र नहीं बनाए जाएंगे। कोविड-19 महामारी के कारण मानवीय आधार पर केवल इस साल यह व्यवस्था की गई थी। अगले साल से किसानों को फिर पुरानी व्यवस्था के अनुरूप मंडी तक उत्पादों को लाना होगा। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में इस संबंध में फैसला लिया गया।
महामारी के कारण गांवों में स्थापित किए गए थे खरीद केंद्र
राज्य सरकार ने बताया कि मंडी में खरीद को सुचारू तरीके से संचालित करने के लिए टोकन की व्यवस्था की जाएगी। इससे सभी किसानों को एक ही बार में मंडी नहीं आना पड़ेगा। बैठक में कहा गया कि महामारी के कारण बनी परिस्थितियों में गांवों में खरीद केंद्र स्थापित किए गए थे। हमेशा ऐसा करना संभव नहीं है।
राज्य सरकार की ओर से खरीद केंद्र बनाने की जरूरत नहीं
इसके साथ ही बैठक में कहा गया कि सरकार कोई कारोबारी नहीं है। खरीद और बिक्री सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। देश में लागू नए कृषि कानूनों ने किसानों को अपनी उपज कहीं भी बेचने का अधिकार दे दिया है। ऐसे में राज्य सरकार की ओर से खरीद केंद्र बनाने की जरूरत नहीं है।