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केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा- कुछ ऐसे करें इंतजाम, ताकि फिर न हो मुजफ्फरपुर जैसी घटना

केन्द्र ने राज्यों से कहा है कि वे हर जिले में संरक्षण गृहों के बजाए राज्य में एक एकीकृत संरक्षण गृह बनाने पर विचार करें ताकि फिर मुजफ्फरपुर जैसी घटानाएं न हों।

By Vikas JangraEdited By: Published: Fri, 31 Aug 2018 09:43 PM (IST)Updated: Fri, 31 Aug 2018 09:43 PM (IST)
केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा- कुछ ऐसे करें इंतजाम, ताकि फिर न हो मुजफ्फरपुर जैसी घटना
केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा- कुछ ऐसे करें इंतजाम, ताकि फिर न हो मुजफ्फरपुर जैसी घटना

वृंदावन [माला दीक्षित]। मुजफ्फरपुर बालिका संरक्षण गृह में यौन उत्पीड़न की घटनाओं के सामने आने के बाद संरक्षण गृहों के संचालन और निगरानी के प्रति सचेत हुई केन्द्र सरकार ने राज्यों से कहा है कि वे हर जिले में 40- 50 लोगों की क्षमता के संरक्षण गृहों के बजाए आधुनिक सुविधाओं और बेहतर प्रबंधन वाले राज्य में एक एकीकृत संरक्षण गृह बनाने पर विचार करें ताकि फिर मुजफ्फरपुर जैसी घटानाएं न हों।

केन्द्रीय बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने वृंदावन में एक हजार विधवाओं के आश्रय गृह कृष्ण कुटीर के उदघाटन समारोह में ये बातें कही। वहीं आश्रयगृह के उदघाटन के मौके पर मौजूद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर केन्द्र सरकार ऐसे आश्रय गृह बनाने को राजी है तो राज्य इसके लिए काशी और लखनऊ मे जमीन देगा और साथ ही राज्य सरकार केन्द्र को ये भरोसा दिलाती है कि मानकों की गुणवत्ता के साथ आश्रयगृहों का संचालन किया जाएगा।

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कृष्ण जन्माष्टमी के दो दिन पहले वृंदावन में कृष्ण भक्त निराश्रित एक हजार विधवाओं के लिए आश्रय गृह कृष्ण कुटीर का शुक्त्रवार को उद्घाटन हुआ। इस मौके पर बोलते हुए केन्द्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि उन्होंने सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिख कर कहा है कि हर जनपद में कम क्षमता के छोटे छोटे संरक्षण गृहों की जगह राज्य में एक एकीकृत संरक्षण गृह बनाया जाए जहां निराश्रितों की अलग अलग विंग हों जैसे एक विंग में बच्चे रहें जिसमें अनाथ बच्चे, कानून का उल्लंघन करने वाले बच्चे आदि दूसरी विंग मे निराश्रित महिलाएँ और एक विंग वृद्ध लोगों का हो। वहां हर तरह की सुविधा कौशल विकास के साधन और बेहतर प्रशासन व निगरानी की व्यवस्था हो।

उन्होंने कहा कि इन् सब चीजों का ख्याल रखकर ही केन्द्र सरकार ने इस कृष्ण कुटीर का निमार्ण कराया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि अगर वे जमीन मुहैय्या कराएं तो इसी तरह के आश्रय गृह का निमार्ण लखनऊ और काशी में भी केन्द्र सरकार करा सकती है। मुखयमंत्री ने मौके पर ही केन्दीय मंत्री को जमीन मुहैया कराने और मानकों की गुणवत्ता के साथ आश्रयगृह का संचालन करने का भरोसा दिलाया।

कृष्ण कुटीर की खासियत
वृंदावन में आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कृष्ण कुटीर में कुल सौ कमरे हैं जिसमें एक कमरे में दस बिस्तर। लिफ्ट सहित सारी सुविधाओं की व्यवस्था है। इसके अलावा निराश्रित महिलाओं के कौशल विकास के भी बेहतर इंतजाम उपलब्ध हैं। यहां भोजन कक्ष में एक साथ करीब 300 लोगों के खाने की व्यवस्था है। इसके अलावा भजन कीतर्न का भी इंतजाम। 1.4 हैक्टेयर भूमि पर बने इस आश्यगृह के निमार्ण में भूखंड की कीमत सहित कुल 57.58 करोड़ का खचर् आया है।


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