Coronavirus के बाद आम जनजीवन बेहतर करने को 7 नीतियों पर फोकस करेगी सरकार, पढ़ें- पूरा ब्यौरा
After Coronavirus महामारी से निपटने के बाद सरकार का फोकस आम जनजीवन को बेहतर करने पर होगा। वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग की तरफ तैयार की गई है विस्तृत रिपोर्ट।
नई दिल्ली, राजीव कुमार। कोरोना बाद के काल में भारत को मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में खड़ा करने और आम जनजीवन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से सरकार सात नीतियों पर फोकस करेगी। वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग की तरफ से जारी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया गया है।
कृषि जगत को और मजबूत बनाना
रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना के दौरान भारतीय कृषि, अर्थव्यवस्था को सहारा देने वाली बनकर उभरी है। सरकार कृषि सप्लाई चेन और उसे और सक्षम बनाने के लिए नीति लाएगी ताकि किसानों की आय को बढ़ाया जा सके और कृषि के क्षेत्र में हमारी आत्मनिर्भरता और बढ़ सके। कृषि क्षेत्र को नियंत्रण मुक्त करने की दिशा में पहल शुरू हो चुकी है, लेकिन इसमें बड़े बदलाव की तैयारी की जाएगी।
मैन्यूफैक्चरिंग में आत्मनिर्भरता
सरकार का दूसरा फोकस मैन्यूफैक्चरिंग में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना होगा। इस दिशा में ढांचागत स्तर पर बड़े बदलाव की तैयारी की जा रही है। इसमे जमीन, श्रम और पूंजी बाजार शामिल है, जहां सुस्ती को दूर करके मैन्यूफैक्चरिंग को प्रोत्साहित किया जा सके। इसलिए सरकार मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को भी आगे ला रही है।
सर्विस सेक्टर में इनोवेशन
वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना काल में सर्विस सेक्टर बुरी तरीके से प्रभावित हुआ है। ऐसे में हमें सर्विस सेक्टर में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए इनोवेशन की जरूरत होगी। सर्विस सेक्टर को आगे ले जाने के लिए डिजिटल इंडिया के प्रोत्साहन की भी जरूरत है।
ग्लोबल वैल्यू चेन में आत्मनिर्भर भारत को मजबूती देना
सरकार ग्लोबल वैल्यू चेन में भारत की स्थिति को मजबूती प्रदान करने की दिशा में नीति बना रही है। दुनिया के बीच यह संदेश देना है कि भारत आत्मनिर्भर की स्थिति में है जो सप्लाई चेन में दूसरे देश की मदद कर सकता है। दुनिया की नजरों में भारत को भरोसेमंद सप्लाई देश के रूप में स्थापित करना है।
वित्तीय समावेश के लिए डिजिटल फाइनेंसिंग
सरकार सही मायने में वित्तीय समावेश के लिए डिजिटल फाइनेंसिंग पर जोर दे रही है। डिजिटल भुगतान को पूरी तरह से लागू करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर का सृजन किया जा रहा है। खासकर दूरस्थ इलाके में भी डिजिटल भुगतान की व्यवस्था की जा रही है।
श्रमिकों की कुशलता को बढ़ाना
सरकार का मानना है कि कोरोना बाद के काल में श्रमिकों की मांग अलग तरीके की होगी। उसे देखते हुए श्रमिकों की कुशलता को बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए तीन प्रोग्राम चलाए जाएंगे। स्किलिंग, अपस्किलिंग और रि-स्किलिंग।
हेल्थकेयर इकोसिस्टम तैयार करना
कोरोना महामारी को देखने के बाद देश में हेल्थकेयर इकोसिस्टम तैयार किया जाएगा ताकि इस प्रकार की महामारी के आने पर भारत हेल्थकेयर के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो।