अपहृत पादरी ने पोप और केंद्र से की रिहाई की अपील
प्रिय पोप फ्रांसिस बतौर फादर मेरी जिंदगी के बारे में सोचें। मैं काफी अवसादग्रस्त हूं और मेरा स्वास्थ्य बिगड़ रहा है।
कोच्चि, प्रेट्र : यमन में अपहृत भारतीय कैथोलिक पादरी ने रिहाई के लिए पोप फ्रांसिस और केंद्र सरकार से अपील की है। उन्होंने कथित वीडियो के जरिये यह गुहार लगाई है। केरल निवासी फादर उझुन्नालिल का मार्च में आतंकी संगठन आइएस ने दक्षिणी यमन के अदन शहर से अपहरण कर लिया था।
पादरी का वीडियो केरल के न्यूज चैनलों ने दिखाया। इसमें उन्होंने कहा, 'अगर मैं यूरोप का पादरी होता तो मेरी रिहाई के गंभीरता से लिया जाता। मैं भारत का हूं, इसलिए मेरी वैल्यू नहीं है।' उन्होंने कहा कि मध्य पूर्व में अगवा एक रिपोर्टर को रिहा कर दिया गया क्योंकि वह फ्रांस की रहने वाली थी।
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उन्होंने कहा, 'प्रिय पोप फ्रांसिस बतौर फादर मेरी जिंदगी के बारे में सोचें। मैं काफी अवसादग्रस्त हूं और मेरा स्वास्थ्य बिगड़ रहा है।' वीडियो में वह काफी कमजोर दिखे और लगता है कि सामने रखा पर्चा पढ़ रहे हैं। यूट्यूब और फेसबुक से अपलोड किए गए वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं हो पाई है। यह भी पता नहीं चल पाया है कि इसे कब तैयार किया गया।
वीडियो में फादर उझुन्नालिल ने दावा किया कि अपहर्ताओं ने भारत सरकार, राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से कई बार संपर्क किया। लेकिन रिहाई को लेकर गंभीरता से कुछ नहीं किया गया। केंद्र सरकार ने कहा था कि उझुन्नालिल की रिहाई के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन इसमें समय लगता है।
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