मध्य प्रदेश के उमरिया में 13 साल की मासूम को अगवा कर नौ लोगों ने की दरिंदगी, सात गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के उमरिया (Umaria) जिले में 13 साल की एक नाबालिग के साथ रूह कंपा देने वाली वारदात हुई है। नाबालिग को अलग अलग मौकों पर दो बार अगवा कर नौ लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
उमरिया, पीटीआइ। मध्य प्रदेश के उमरिया (Umaria) जिले में 13 साल की एक नाबालिग के साथ रूह कंपा देने वाली वारदात हुई है। समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, नाबालिग को अलग अलग मौकों पर दो बार अगवा कर नौ लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया पीड़िता की मां ने बीते 14 जनवरी को पुलिस में इस वारदात की शिकायत दर्ज कराई है। आरोपियों में से सात को गिरफ्तार कर लिया गया है। राज्य में एक के बाद एक कई सनसनीखेज वारदातें सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
पुलिस ने वारदात के सात आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया बाकी पकड़ से बाहर बताए जाते हैं जिनकी जोरशोर से तलाश की जा रही है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीते चार जनवरी को एक परिचित द्वारा बहलाफुसला कर अगवा कर लिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़की को एक सुनसान जगह पर ले जाया गया जहां परिचित व्यक्ति के अलावा छह अन्य लोगों ने नाबालिग के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया। बाद में नाबालिग पीड़िता को पांच जनवरी को रिहा किया गया।
पीड़िता की मां की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि आरोपियों ने लड़की को धमकी दी कि यदि उसने इस वारदात के बारे में किसी को कुछ बताया तो गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। आरोपियों की धमकी के बाद पीड़िता डर गई जिसके चलते उसने घटना की तुरंत कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई। आरोपियों ने पीड़िता को दोबारा 11 जनवरी अगवा किया। पीड़िता के साथ दोबारा पांच लोगों एवं तीन अन्य आरोपियों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात में दो ट्रक ड्राइवर भी शामिल थे जिनकी पहचान नहीं हो पाई है।
पीड़िता के परिजनों ने दूसरी ओर अगवा किए जाने की घटना के दिन 11 जनवरी को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। बाद में पीड़िता किसी तरह खुद को आरोपियों के चंगुल से बचाकर जब घर पहुंची तो उसने अपनी मां को पूरी वारदात की जनकारी दी जिसके बाद 14 जनवरी को एफआइआर दर्ज की गई। पुलिस ने पीड़िता के बयान भी दर्ज कर लिए हैं। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है। आरोपियों के खिलाफ आइपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ पास्को एक्ट (POCSO Act) के तहत भी केस दर्ज किया है।