प्रवासी कामगारों के लिए अब तक 67 ट्रेनें की जा चुकी हैं रवाना: रेल मंत्रालय
इन ट्रेनों का संचालन बेंगलुरु सूरत साबरमती जालंधर कोटा एर्नाकुलम से किया जा रहा है। इसके अलावा 21 और ट्रेनें आज रवाना की जा सकती हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। देश में लागू लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों को उनके राज्यों तक पहुंचाने के लिए रेलवे की तरफ से अभी तक 67 श्रमिक स्पेशन ट्रेनें रवाना जा चुकी हैं। 4 मई यानि सोमवार तक 55 ट्रेनें रवाना की गई थीं और आज विभिन्न जोन्स से ट्रेनें चलाई गई हैं। इन ट्रेनों का संचालन बेंगलुरु, सूरत, साबरमती, जालंधर, कोटा, एर्नाकुलम से किया जा रहा है। इसके अलावा 21 और ट्रेनें आज रवाना की जा सकती हैं। रेल मंत्रालय की तरफ से यह जानकारी दी गई है।
गुजरात से प्रवासी मजदूरों को लेकर मुजफ्फरपुर पहुंची
प्रवासी मजदूरों को लेकर पहली ट्रेन मंगलवार की सुबह मुजफ्फरपुर पहुंची। यह ट्रेन आज सुबह गुजरात के साबरमती से 1200 यात्रियों को लेकर यहां पहुंची। इसमें मुजफ्फरपुर के अलावा बिहार के अन्य जिलों के प्रवासी मजदूर भी थे। ट्रेन के आने से पहले ही सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई थी। आरपीएफ और जिला पुलिस बल के जवानों को यहां तैनात किया गया था। ताकि किसी तरह की समस्या न हो। शारीरिक दूरी को बनाए रखने के लिए पूर्व से ही गोला बना दिया गया था।
सूरत से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन
सोमवार सुबह 11.15 बजे एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन सूरत से झारखंड के मजदूरों को लेकर रवाना हुई। यह ट्रेन बुधवार सुबह करीब 4 बजे धनबाद रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगी। इस ट्रेन में झारखंड के 1233 प्रवासी मजदूर सवार हैं। केरल, तेलंगाना, राजस्थान और कर्नाटक के बाद अब रेलवे ने गुजरात से भी झारखंड के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई है।
बता दें कि देश में COVID-19 के बढ़ते मामलों को बीच लॉकडाउन का तीसरा चरण भी शुरू हो गया है। 3 मई से लॉकडाउन-3 शुरू हो चुका है और यह 17 मई तक लागू रहेगा। देशभर में लॉकडाउन के चलते मॉल्स, रेस्टोरेंट, स्कूल कॉलेज सब बंद कर दिए गए हैं। हालांकि थर्ड फेज में सरकार ने कुछ चीजों में रियायत दी है। गली मोहल्ले की दुकानें खुलने के अलावा शराब के ठेके भी खोल दिए गए हैं। इसके साथ ही सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग समेत तमाम दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने को भी कहा है।