इंदौर में पुलिस पर हमले करने वाले 6 लोगों को किया गिरफ्तार, कई धाराओं में मुकदमा दर्ज
मामले की जानकारी देने के लिए और कोर्ट की सुनवाई के लिए तारीखें बताने गए पुलिसवालों पर हमला।
इंदौर, एएनआइ। इंदौर के सांवेर पुलिस स्टेशन में पुलिसकर्मियों पर हमला करने के लिए एक ही परिवार के सभी छह लोगों को पकड़ा गया है। पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) एमएस परमार ने दी जानकारी। बताया गया कि सुनील कुमावत नाम के एक व्यक्ति ने नगर परिषद अध्यक्ष दिलीप चौधरी के बारे में सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर कुछ असभ्य टिप्पणियां लिखीं थी। इसके बाद कुमावत के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। दो कर्मी - गोविंद सिंह (हेड कांस्टेबल) और रितेश नागर (सब-इंस्पेक्टर) कुमावत के घर गए थे उन्हें मामले की जानकारी देने के लिए और उनके कोर्ट की सुनवाई के लिए तारीखें बताने, जहां उनपर हमला कर दिया गया।
परमार ने कहा कि जानकारी देने गए पुलिसकर्मियों पर घर में हमला बोल दिया गया। उन्हें गाली देना और मारना शुरू कर दिया। बाद में कुमावत के परिवार के सदस्य उसके साथ शामिल हो गए। तब आस-पास मौजूद और अधिक पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे। हाथापाई के दौरान कुमावत के पिता राम चंद्र ने घर से एक तलवार निकाली और एक हेड कांस्टेबल को मारने का प्रयास किया।
हाथापाई के दौरान डीएसपी ने कहा कि, हाथापाई के दौरान गोविंद सिंह और रितेश नागर घायल हो गए और परिवार के छह लोगों को धारा 353, 332, 25 आर्म्स एक्ट, 34, 147 और 307 के तहत गिरफ्तार किया गया।
बता दें कि कोरोना वायरस के दौर में इंदौर में कई बार हेल्थ केयर के लोगों और सरकारी कर्मचारियों को भी निशाना बनाया जा चुका है। इंदौर देश में ऐसे शहरों में शामिल हैं, जहां कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले हैं। इस वक्त कोरोना वायरस लॉकडाउन का तीसरा चरण चल रहा है जो कि 17 मई तक लागू रहेगा।
यहां आपको बता दें कि भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) का कहर थमता नहीं दिख रहा है। पिछले 24 घंटे में 3604 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना वायरस के 70,756 मामले सामने आ गए हैं। इनमें से 46,008 एक्टिव केस हैं। 22,454 मरीज ठीक हो गए हैं। 2293 लोगों की मौत हो गई है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 23000 से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। गुजरात में 8500 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हो गई है। तमिलनाडु में भी 8000 से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। वहीं, मध्य प्रदेश में 3785 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। प्रदेश में अब तक 221 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।