कश्मीर के 450 लोगों की विदेश यात्रा पर रोक, जानिए क्यों उठाया गया यह कदम
केंद्र शासित (यूटी) जम्मू-कश्मीर राज्य प्रशासन ने लगभग 450 लोगों की सूची तैयार कर उनकी विदेश यात्राओं पर कथित तौर पर रोक लगा रखी है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। केंद्र शासित (यूटी) जम्मू-कश्मीर राज्य प्रशासन ने कश्मीर के हालात पर किसी भी तरह के दुष्प्रचार को रोकने के लिए लगभग 450 लोगों की सूची तैयार कर उनकी विदेश यात्राओं पर कथित तौर पर रोक लगा रखी है। हालांकि, अधिकारिक तौर पर सूची का एलान नहीं किया है। संबंधित प्रशासन की मानें तो यह एक टेंपोरेरी नो फ्लाई लिस्ट है।
सूत्रों ने बताया कि खुफिया तंत्र ने ऐसे कई लोगों की सूची तैयार की है जिनके कश्मीर मुद्दे पर भारत के स्टैंड के खिलाफ सक्रिय विभिन्न तथाकथित थिंक टैंक, गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) और अन्य संगठनों के साथ प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से संपर्क है। इन लोगों की गतिविधियों की लगातार निगरानी की जा रही है। उन्होंने कुछ लोगों के विदेश दौरों पर रोक लगाने पर कहा कि सूची तैयार तो है, लेकिन इसे अभी हम एग्जिट कंट्रोल लिस्ट नहीं कह सकते हैं। यह एक तरह से टेंपोरेरी नो फ्लाई लिस्ट है।
कश्मीर की कई राजनीति पार्टियां भी
राज्य गृह विभाग से संबंधित सूत्रों के अनुसार, प्रस्तावित सूची में नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी, पीपुल्स कांफ्रेंस, अवामी इत्तेहाद पार्टी, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट जैसे दलों के कई नेताओं के अलावा बड़ी संख्या में अलगाववादी, कई वकील, व्यापारिक संगठनों से जुड़े कई नामी लोग, पत्रकार और कई बुद्धिजीवी और मानवाधिकारों के तथाकथित झंडाबरदार शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि जिस तरह से पाक समेत भारत विरोधी विभिन्न ताकतें सक्रिय हैं, उसे देखते हुए प्रशासन नहीं चाहता कि कोई भी ऐसा व्यक्ति विदेश जाए जिससे कश्मीर मुद्दे पर भारत विरोधियों को किसी तरह का हंगामा करने का
कई लोगों को रोका जा चुका है
कश्मीर बार एसोसिएशन के पूर्व चेयरमैन नजीर अहमद के पुत्र उजैर रोंगा को भी दिल्ली में विदेश जाने से रोका है। उदारवादी हुर्रियत प्रमुख मीरवाइज के करीबियों में गिने जाने वाले नजीर अहमद फिलहाल पब्लिक सेफ्टी एक्ट (पीएसए) के तहत राज्य के बाद आगरा जेल में बंद हैं। उजैर रोंगा भी सियासत में हैं। वह शाह फैसल के संगठन जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट के संयोजक हैं। कश्मीर चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के पूर्व चेयरमैन मुबीन शाह के विदेश में रहने वाले परिजन जब उनसे मिलने के लिए सितंबर में दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे तो उन्हें वहीं रोका था। गौहर जिलानी समेत दो पत्रकारों को दिल्ली एयरपोर्ट पर रोका गया और वापस श्रीनगर भेजा गया था।
शाह फैसल भी पकड़े जा चुके हैं
अगस्त के दौरान जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम को संसद की मंजूरी के बाद पैदा हुए हालात के बीच जब पूर्व नौकरशाह डॉ. शाह फैसल विदेश जा रहे थे तो उन्होंने दिल्ली स्थित इंटरनेशन एयरपोर्ट से ही पकड़ा था।