Move to Jagran APP

हैदराबाद विश्वविद्यालय में शाहीन बाग नाइट का आयोजन करने वाले छात्रों पर लगाया जुर्माना

हैदराबाद विश्वविद्यालय में सीएए के खिलाफ कैंपस में रात नौ बजे के बाद शाहीन बाग नाइट कार्यक्रम आयोजित करने पर तीन छात्रों के 5-5 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 21 Feb 2020 06:36 PM (IST)Updated: Fri, 21 Feb 2020 08:53 PM (IST)
हैदराबाद विश्वविद्यालय में शाहीन बाग नाइट का आयोजन करने वाले छात्रों पर लगाया जुर्माना
हैदराबाद विश्वविद्यालय में शाहीन बाग नाइट का आयोजन करने वाले छात्रों पर लगाया जुर्माना

हैदराबाद, प्रेट्र। हैदराबाद विश्वविद्यालय में तीन छात्रों के 5-5 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। इन छात्रों ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ कैंपस में रात नौ बजे के बाद 'शाहीन बाग नाइट' कार्यक्रम का आयोजन किया था, जो विश्वविद्यालय के नियमों के खिलाफ था।  छात्रसंघ ने विश्वविद्यालय ने इस कदम की निंदा की है।   

loksabha election banner

छात्रों को दी गई कड़ी चेतावनी

विश्वविद्यालय ने 18 फरवरी को एक आदेश के जरिए जुर्माना लगाया गया था। विश्वविद्यालय के सूत्रों ने कहा कि उत्तर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में रात 9 बजे के बाद छात्रों ने विश्वविद्यालय के नियमों का उल्‍लंघन करते हुए 31 जनवरी को कार्यक्रम का आयोजन किया था और कथित तौर पर साइट से भी हटा दिया गया। छात्रों को कड़ी चेतावनी दी जाती है कि वे सतर्क रहें और भविष्य में अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें। आदेश में कहा गया कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति या ऐसे किसी भी कार्य में लिप्त होना अनुशासनहीनता मानी जाएगी। ऐसा होने पर उनके ऊपर गंभीर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी, जिसका असर उनके शैक्षिणक करियर पर पड़ेगा।

छात्रसंघ ने की विश्वविद्यालय की कार्रवाई की निंदा 

विश्वविद्यालय की कार्रवाई की निंदा करते हुए छात्रसंघ ने कहा कि आदेश या सकुर्लर मनमाना है। वे इसका पालन नहीं करेंगे। उन्‍होंने मांग की कि लगाया गया जुर्माना बिना शर्त वापस लिया जाए। आगे कहा गया कि एचसीयूसीयू (हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय छात्र संघ) छात्र समुदाय को विश्वास दिलाता है कि हम किसी भी कीमत पर प्रशासन के आगे नहीं झुकेंगे। लोकतांत्रिक हितों की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाया जाएगा। 

विरोध प्रदर्शनों की मनाही नहीं, पर हो नियमों को पालन  

विश्वविद्यालय के प्रवक्‍ता ने कहा कि संस्था सामान्य शैक्षणिक, प्रशासनिक और आवासीय जीवन को बाधित किए बिना निर्दिष्ट स्थानों पर बैठकें या विरोध प्रदर्शन आयोजित करने के लिए मान्यता प्राप्त छात्र निकायों के अधिकार को मान्यता देती है। बड़ी संख्या में शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारी और उनके परिवार जो परिसर में रहते हैं। उन्‍होंने आगे कहा कि यह उस संदर्भ में है कि विश्वविद्यालय के नियमों का उल्लंघन करने पर तीन छात्रों पर जुर्माना लगाया गया था। रात 9 बजे के बाद परिसर के सार्वजनिक स्थानों पर बैठकें और विरोध प्रदर्शनों के आयोजन की अनुमति नहीं होगी।      


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.