Chhattisgarh : पांच इनामी समेत 27 नक्सलियों का आत्मसमर्पण, घर वापसी अभियान हो रहा सफल, लौट चुके हैं 177 नक्सली
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू (घर वापसी) अभियान को लगातार सफलता मिल रही है। इस कार्यक्रम के तहत नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं। रविवार को बारसूर थाने में 27 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें से पांच एक-एक लाख रुपये के इनामी हैं।
नईदुनिया, दंतेवाड़ा। जिले में चल रहे पुलिस के लोन वर्राटू (घर वापस आइए) अभियान से प्रेरित होकर रविवार को बारसूर थाने में 27 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। हालांकि कोई भी नक्सली हथियार लेकर नहीं आया। आत्मसमर्पण करने वालों में पांच नक्सली एक-एक लाख रुपये के इनामी हैं।
लोन वर्राटू अभियान हो रहा सफल
दंतेवाड़ा पुलिस की लोन वर्राटू (घर वापसी) अभियान को लगातार सफलता मिल रही है। रविवार को इंद्रावती नदी पार के गांवों से 27 नक्सलियों ने बारसूर थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण किया। उन्होंने कहा कि दबाव में नक्सली बन गए थे। अब समाज और जंगल के जीवन का महत्व समझ में आ गया है। इधर पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सभी नक्सली संवेदनशील गांव मंगनार, बेड़मा, गुफा, हितावाड़ा, हांदावाड़ा आदि हैं।
लोन वर्राटू में 177 का समर्पण
करीब तीन माह पहले दंतेवाड़ा एसपी डा. अभिषेक पल्लव ने लोन वर्राटू (घर वापस आइए) अभियान शुरू किया था। अभियान में अब तक 177 नक्सली समर्पण कर चुके हैं। इनमें 45 इनामी हैं।
दुधमुंही बच्ची के साथ पहुंची थाने
रविवार को बारसूर थाने में आत्मसमर्पण करने वालों में छह महिलाएं भी शामिल हैं। एक महिला अपने दो माह की बच्ची को लेकर पहुंची थी। उसने कहा कि नक्सलियों द्वारा घर वालों की पिटाई कर उसे संगठन में शामिल किया गया। वहीं, विवाह हुआ और दो माह पहले बच्ची को जन्म दिया। वह नहीं चाहती कि उनकी बेटी नक्सलियों के बीच रहे।
हाल ही में 32 नक्सलियों ने किया था आत्मसमर्पण
इससे पहले बारसूर थाने में ही 32 नक्सलियों ने समर्पण किया था। यह सभी बाकेली, मटासी, तुमरीगुंडा, कोरकोट्टी, उदेनार आदि गांवों के रहने वाले थे। समर्पण करने वाले नक्सलियों में से चार पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। इनके अलावा 28 अन्य सदस्य हैं।
आठ लाख के इनामी ने छोड़ा था हथियार
बीते सितंबर महीने में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में लोन वर्राटू अभियान (घर वापसी) के तहत एक आठ लाख के इनामी नक्सली ने आत्मसमर्पण किया था। पुलिस के मुताबिक, कोसा मरकाम उत्तर बस्तर संभाग में माओवादी सैन्य कंपनी नंबर 05 के पलटन नंबर 2 का सदस्य था। वह कई बड़े नेताओं के साथ काम कर चुका था।