पिनाक रॉकेट लांचरों की खरीद के लिए 2,580 करोड़ का सौदा, देश की सुरक्षा और 'मेक इन इंडिया' में लगेंगे चार चांद
परियोजना को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंजूरी दी है।
नई दिल्ली, एजेंसी। रक्षा मंत्रालय ने दो अग्रणी घरेलू रक्षा कंपनियों के साथ 2,580 करोड़ रपये की लागत से सेना की छह रेजीमेंट्स के लिए पिनाक रॉकेट लांचरों की खरीद का सौदा किया है। अधिकारियों ने बताया कि सशस्त्र बलों की ऑपरेशनल तैयारियों को और मजबूत करने के लिए पिनाक रेजीमेंट्स को चीन और पाकिस्तान से लगती सीमा पर तैनात किया जाएगा। इसके लिए टाटा पावर कंपनी लिमिटेड (टीपीसीएल)] और इंजीनियरिंग क्षेत्र की ब़़डी कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं। जबकि सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा कंपनी भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) भी इस परियोजना का हिस्सा होगी। वह उन वाहनों की आपूर्ति करेगी जिन पर रॉकेट लांचरों को फिट किया जाएगा।
छह पिनाक रेजीमेंट में स्वचालित लॉन्चिंग एंड पोजिशनिंग सिस्टम (AGAPS) के साथ 114 लॉन्चर शामिल हैं और मेसर्स टीपीसीएल और मैसर्स एलएंडटी से 45 कमांड पोस्ट और मैसर्स बीईएमएल से खरीदे जाने वाले 330 वाहन शामिल हैं। बता दें कि परियोजना को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंजूरी दी है।
वहीं, बता दें कि चीन की नौसैनिक शक्ति का मुकाबला करने के लिए भारत अगले महीने नौसेना के लिए छह पनडुब्बियों के निर्माण 55 हजार करोड़ रुपये की परियोजना के लिए बोली लगाने की प्रक्रिया शुरू कर देगा।
उल्लेखनीय है कि भारतीय नौसेना की छह परमाणु पनडुब्बी बनाने के साथ ही 24 नई पनडुब्बियां हासिल करने की योजना है। जल क्षेत्र के अंदर अपनी युद्धक क्षमता बढ़ाने के लिए नौसेना ने यह कदम उठाया है। फिलहाल नौसेना के पास 15 परंपरागत पनडुब्बियां और दो परमाणु पनडुब्बियां है।