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छत्तीसगढ़ में तीन मेडिकल कॉलेजों के 207 जूनियर डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा, जानें क्‍यों उठाया कदम

छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) रायपुर और राजनांदगांव मेडिकल कॉलेजों के कुल 207 जूनियर डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 28 May 2020 11:01 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2020 11:01 PM (IST)
छत्तीसगढ़ में तीन मेडिकल कॉलेजों के 207 जूनियर डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा, जानें क्‍यों उठाया कदम
छत्तीसगढ़ में तीन मेडिकल कॉलेजों के 207 जूनियर डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा, जानें क्‍यों उठाया कदम

रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स), रायपुर और राजनांदगांव मेडिकल कॉलेजों के 207 जूनियर डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है। इनमें से तमाम डॉक्टर कोरोना वार्डो में ड्यूटी दे रहे थे। इस्तीफा देने वालों में रायपुर मेडिकल कॉलेज के 38, राजनांदगांव के 77 और सिम्स के 92 डॉक्टर शामिल हैं। सिम्स के डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने बीते मार्च में इंटर्नशिप पूरी कर ली है जबकि उनको दो साल ग्रामीण क्षेत्र में सेवा देने के लिए नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया है ना तो वेतन मिला है।

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डॉक्टरों ने वर्तमान सेवा की अवधि को उन दो वर्षों में ही शामिल करने की मांग की है। स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि इस्तीफा देने से पहले डॉक्‍टरों को अपनी बात रखनी चाहिए। एक रोस्टर बना है कि किस जिले में कितने लोगों को भेजना है। पद भी तय हैं। प्रदेश में 361 डॉक्टरों की पोस्टिंग रोस्टर के आधार पर की गई है। मंत्री सिंहदेव ने नाराजगी जताते हुए कहा कि यदि संचालक और सचिव बात नहीं सुन रहे हैं तो जूनियर डॉक्टरों को सीधे मुझसे बात करनी चाहिए थी। किसी की तनख्‍वाह नहीं रुकनी चाहिए। यदि वेतन मद में बजट ना हो तो दूसरे मदों से दिया जाना चाहिए।

इस बीच छत्तीसगढ़ सरकार ने फैसला किया है कि वह राज्‍य से होकर गुजरने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के प्रवासी श्रमिकों को ठहरने वाले स्टेशनों पर बिस्किट और पानी का पाउच बांटेगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसके लिए रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव, जांजगीर-चांपा और रायगढ़ के कलेक्टरों को निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा है कि लॉकडाउन के कारण प्रवासी श्रमिकों के लिए रेलवे स्टेशनों में भोजन-पानी की कोई व्यवस्था नहीं है और ना ही वो ट्रेनों से उतर पा रहे है। ऐसी स्थिति में उन्हें बिस्किट और पानी के पाउच आदि मुहैया कराने से काफी राहत मिलेगी।

सीएम ने कहा है कि राज्य के कम से कम एक मुख्य स्टेशन में इन प्रवासी श्रमिकों के लिए पर्याप्‍त संख्या में बिस्किट और पानी के पाउच की व्यवस्था की जाए। ट्रेन के स्टेशन पर रकते ही तत्काल यात्रियों को इसके वितरण की व्यवस्था की जाए। वितरण के लिए आवश्यक दल गठित कर लिए जाएं, साथ ही इस कार्य में वालेंटियरों का सहयोग भी लिया जाए। वहीं राज्‍य में कोरोना के 29 नए मरीजों के साथ संक्रमितों का आंकड़ा 398 पर पहुंच गया है। राज्‍य में कोरोना संक्रमण से अभी तक एक भी शख्‍स की जान नहीं गई है। 


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