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असम में एटीएसयू के 12 घंटे के बंद से जनजीवन प्रभावित, आदिवासी क्षेत्रों की मांग

आदिवासी गांवों को शामिल किए बगैर तिवा स्वायत्तशासी परिषद (टीएसी) का चुनाव कराने की हाल की घोषणा के विरोध में बंद आहूत किया गया था। बंद के दौरान सरकार संचालित एएसटीसी की बसें पुलिस की निगरानी में चलीं।

By Nitin AroraEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 06:13 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 06:13 PM (IST)
असम में एटीएसयू के 12 घंटे के बंद से जनजीवन प्रभावित, आदिवासी क्षेत्रों की मांग
असम में एटीएसयू के 12 घंटे के बंद से जनजीवन प्रभावित।

मोरिगांव, प्रेट्र। आल तिवा छात्र संघ (एटीएसयू ) के 12 घंटे के मध्य असम बंद के दौरान मोरिगांव तथा कामरूप (मेट्रो) के कुछ हिस्सों के अलावा नौगांव जिले में जनजीवन प्रभावित रहा। छात्र संगठन ने आदिवासी क्षेत्रों की मांग को लेकर बंद का आह्वान किया था। अधिकारियों ने कहा कि सुबह पांच बजे से दुकानें, कारोबारी प्रतिष्ठान, निजी कार्यालय, शिक्षण संस्थान बंद रहे और सड़कों पर वाहनों की आवाजाही नहीं हुई।

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आदिवासी गांवों को शामिल किए बगैर तिवा स्वायत्तशासी परिषद (टीएसी) का चुनाव कराने की हाल की घोषणा के विरोध में बंद आहूत किया गया था। बंद के दौरान सरकार संचालित एएसटीसी की बसें पुलिस की निगरानी में चलीं। असम राज्य चुनाव आयोग ने 36 सदस्यीय टीएसी के लिए 17 दिसंबर को मतदान कराने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के साथ हाल की बैठक के दौरान एटीएसयू ने असम राजधानी क्षेत्र विस्तार अधिनियम 2017 से आदिवासी क्षेत्रों के इलाकों को बाहर करने की मांग की थी। एटीएसयू के महासचिव चेनिराम मलंग ने कहा कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बावजूद कुछ भी नहीं किया गया।


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