भारत-पाकिस्तान के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस ट्रेन के 10 साल पूरे
भारत और पाकिस्तान के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस गुरुवार को 10 वर्ष पूरे करेगी। 2006 में शुरू हुई यह ट्रेन दोनों देशों के बीच आने-जाने वाले यात्रियों के लिए जहां सुविधाजनक मानी जाती है, वहीं दोनों देशों की रिश्तों की डोर को भी मजबूत करने की कोशिश करती है।
नरेंद्र शर्मा, जयपुर। भारत और पाकिस्तान के बीच चलने वाली थार एक्सप्रेस गुरुवार को 10 वर्ष पूरे करेगी। 2006 में शुरू हुई यह ट्रेन दोनों देशों के बीच आने-जाने वाले यात्रियों के लिए जहां सुविधाजनक मानी जाती है, वहीं दोनों देशों की रिश्तों की डोर को भी मजबूत करने की कोशिश करती है। इसका नाम एक, लेकिन ट्रेन दो है।
एक भारतीय रेलवे की और दूसरी पाकिस्तान रेलवे की। 10 वर्ष से प्रत्येक सप्ताह चलने वाली यह ट्रेन भारत की तरफ से जोधपुर के सब स्टेशन भगत की कोठी से प्रत्येक शुक्रवार रात एक बजे रवाना होकर नॉन स्टॉप मुनाबाव स्टेशन पहुंचती है।
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वहीं पाकिस्तान में कराची से रवाना होने वाली थार एक्सपे्रस खोखरापार स्टेशन तक का सफर पूरा करती है। खोखरापार बाड़मेर के निकट पाकिस्तान रेलवे का अंतिम स्टेशन है। जोधपुर से मुनाबाव तक पहुंचने वाली ट्रेन जहां 325 किलोमीटर का सफर पूरा करती है, वहीं कराची से खोखरापार तक चलने वाली ट्रेन 377 किलोमीटर का सफर करती है।
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इस ट्रेन से यात्रा करने वाले लोगों का कहना है कि दोनों देशों के बीच चाहे कितना ही तनाव हो, लेकिन यात्रियों की सुरक्षा का पूरा बंदोबस्त होता है। ट्रेन के कोच लॉक होने के साथ ही खिड़कियों को बुलेटप्रूफ जाली से ढंका जाता है।