Varanasi Weather Update : मानसूनी बादलों की आवाजाही व्यर्थ, आर्द्रता में इजाफा के साथ बारिश की आस
वाराणसी में मौसम का रुख लगातार बदलाव की ओर होने के बीच उमस का स्तर भी कम हो गया है। हालांकि बंगाल की खाड़ी में मानसूनी हालात दोबारा बनने लगे हैं। ऐसे में बारिश की उम्मीद दोबारा बढ़ी है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। मौसम विभाग के अनुमानों के विपरीत तापमान में दोबारा इजाफा देखा गया और पारा सामान्य से तीन डिग्री ऊपर तक जा पहुंचा। मौसम विभाग के अनुसार बारिश की पूरे सप्ताह स्थिति बनी हुई है लेकिन पारा के साथ आर्द्रता में आई कमी ने बारिश के संकेतों में कमी की है। मौसम के हालात अगर यही बने रहे तो आने वाले कुछ दिनों में बारिश की कमी की वजह से फसलों के सूखने और फसलों के चौपट होने का खतरा बढ़ जाएगा। ऊंचे इलाकों के जलाशय खाली हैं तो दूसरी ओर खेतों में सिंचाई की चुनौती भी घटते जलस्तर के साथ बढ़ गई है।
वाराणसी में बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा। आर्द्रता अधिकतम 74 फीसद और न्यूनतम 64 फीसद दर्ज की गई। मौसम में आर्द्रता का स्तर बढ़ने पर ही बारिश की संभावना है। जबकि 40 फीसद से अधिक तक बारिश इस पूरे सीजन में कम होने से सूखे के हालातों ने दस्तक दी है। अगर इस पखवारे भी बारिश नहीं हुई तो चुनौती और भी बढ़ जाएगी। जबकि इस सप्ताह मौसम विभाग ने बारिश का अनुमान जाहिर किया था।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में हालातों में दोबारा बदलाव हुआ है। बारिश की सूरत भी बन रही है और आर्द्रता का स्तर बढ़ा तो बारिश तय है। इस समय बंगाल और बिहार तक बादलों की सूरत बनी हुई है। इसकी वजह से आगे उमस में इजाफा होने और बारिश के संकेत हैं। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि मानसून भले ही कम सक्रिय रहा हो लेकिन बारिश के हालात लगातार बने रहे हैं और बारिश के कम होने की वजह भी काफी हद तक लोकल परिस्थितियों पर निर्भर होती है। ऐसे में बारिश के हालात आगे भी ऐसे ही बने रहे तो मानसूनी बादलों की आवाजाही व्यर्थ होना तय है।