सुलतानपुर में चिकित्सक के रूम में चल रही थी दारू पार्टी, विधायक पहुंचे तो छोड़कर हुए फरार
सुलतानपुर में विधायक पहुंचे मोतिगरपुर के ढेमा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तो गायब मिले चिकित्सक व फार्मासिस्ट। चिकित्सक के कक्ष में ड्यूटी के दौरान शराब के पैग पड़े हुए थे। इस पर सीएचसी प्रभारी को जांच सौंपी गई है।
सुलतानपुर, संवादसूत्र। तमाम कोशिशों के बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात चिकित्सक व अस्पताल कर्मियों के रवैये में सुधार होता नजर नही आ रहा है। यहां अस्पताल में ही चिकित्सक के कक्ष में ड्यूटी के दौरान शराब पी जा रही है। दरसाल स्थानीय विधायक राज प्रसाद उपाध्याय राजाबाबू गुरुवार को मोतिगरपुर के ढेमा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे थे। चिकित्सक के कक्ष में परोसी हुई शराब के साथ बोतलें पड़ी हुई थी। जिसे देखते ही विधायक खुद अवाक रह गए और उन्होंने इस मामले में कार्रवाई के दिशा निर्देश दिए।
चिकित्सक डा. जेपी वर्मा मौके से नदारद रहे। स्थानीय लोगों ने बताया की चिकित्सक की तैनाती ढेमा पीएचसी पर है, लेकिन वह मोतिगरपुर सीएचसी पर ओपीडी में मरीज को देखते है। विधायक राजबाबू ने अस्पताल में तैनात कर्मियों के उपस्थिति रजिस्टर का निरीक्षण किया तो फार्मासिस्ट राम प्रकाश उपाध्याय, व नर्स सुनीता देवी भी अनुपस्थित पायी गई। जबकि इन लोगों ने रजिस्टर पर उपस्थिति दर्ज कर रखी थी।
उन्होंने रजिस्टर को अपने पास रख लिया और कार्यवाई के लिए उच्चाधिकारियों को निर्देशित किया। विधायक ने बताया कि अस्पताल में निरीक्षण के दौरान भारी अनियमितता सामने आई है। सम्बंधित के विरुद्ध कार्रवाही के दिशा निर्देश दिए गए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.धर्मेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि सीएचसी प्रभारी को मामले की जांच सौंपी गई हैं। दो दिन में मिलने वाली उनकी रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाई की जाएगी।
फार्मासिस्ट करता हैं मरीजों का इलाज : पीएचसी प्रभारी डॉ जेपी वर्मा अक्सर गायब रहते हैं। उनकी जगह पर फार्मासिस्ट राम प्रकाश उपाध्याय इलाज कर मरीजों को दवा देता है। स्थानीय निवासी राजू ने बताया कि यहां दवाएं बाहर से लिखी जाती है। पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। साफ सफाई ना होने से यहां विषैले जंतुओं का भय बना रहता हैं।
थोड़ी सी बारिश होने पर पीएचसी तक पहुंचने वाली सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है। राम समुझ ने बताया कि विधायक को इसी तरह आए दिन निरीक्षण करते रहना चाहिए । इससे जिम्मेदारों में भय की स्थिति पैदा होगी और लोगों को बेहतर इलाज लोगों को मिल सकेगा।