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Kedarnath में टूटे आस्‍था के सभी रिकार्ड, इतिहास में पहली बार दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या पहुंची 10 लाख 8 हजार पार

Kedarnath Yatra 2022 केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) यात्रा के उत्‍साह का आलम यह है कि मौसम विभाग के अलर्ट के बाद भी रोजाना धाम में तीन से चार हजार भक्‍त पहुंच रहे हैं। केदारनाथ यात्रा में आने वाले भक्‍तों की संख्‍या के पुराने सारे रिकार्ड टूट गए हैं।

By Nirmala BohraEdited By: Published: Tue, 16 Aug 2022 10:59 AM (IST)Updated: Tue, 16 Aug 2022 11:06 AM (IST)
Kedarnath में टूटे आस्‍था के सभी रिकार्ड, इतिहास में पहली बार दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या पहुंची 10 लाख 8 हजार पार
Kedarnath Yatra 2022 : भक्‍तों की संख्‍या के पुराने सारे रिकार्ड टूट गए हैं। File

टीम जागरण, रुद्रप्रयाग : Kedarnath Yatra 2022 : मानसून सीजन में भी चारधाम यात्रा पर यात्रियों के आने का सिलसिला जारी है। केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) में आने वाले भक्‍तों की संख्‍या के पुराने सारे रिकार्ड टूट गए हैं।

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मौसम के अलर्ट के बाद भी पहुंच रहे भक्‍त

केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) के इतिहास में पहली बार दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या 10 लाख 8 हजार से अधिक पहुंच गई है। इससे पूर्व वर्ष 2019 यात्रियों की संख्या 10 लाख 35 थी।

वहीं 15 अगस्‍त सोमवार को केदारनाथ (Kedarnath Dham) में कुल 9635 दर्शनार्थी पहुंचे थे। जिनमें 6257 पुरुष, 3154 महिला और 224 बच्चे शामिल रहे।

केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) यात्रा के उत्‍साह का आलम यह है कि मौसम विभाग के अलर्ट के बाद भी रोजाना धाम में तीन से चार हजार भक्‍त पहुंच रहे हैं। बारिश और भूस्खलन का भी केदारनाथ की यात्रा पर कोई खास असर नहीं पड़ रहा है। यात्रा बदस्‍तूर जारी है।

एसडीआरएफ, डीडीआरएफ और पुलिस की टीमे तैनात

यात्रियों की सुरक्षा के लिये केदारनाथ पैदल मार्ग पर एनडीआरएफ की टीम के अलावा एसडीआरएफ, डीडीआरएफ और पुलिस की टीमे तैनात हैं।

विगत तीन मई 2022 को शुरू हुई थी चारधाम यात्रा

चारधाम यात्रा विगत तीन मई 2022 को शुरू हुई थी। इसके बाद छह मई को केदारनाथ धाम के कपाट आम दर्शनों के लिए खोले गए थे। यात्रा शुरू होने के बाद केदारनाथ धाम के श्रद्धालुओं में खासा उत्‍साह दिखाई दिया।

भारी संख्‍या में देश दुनिया से श्रद्धालु धाम पहुंचे और बाबा के दर्शनों के लिए लंबी-लंबी लाइनों में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते दिखे।

केदारनाथ धाम में भगवान शिवलिंग रूप में विराजमान

द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम में भगवान शिवलिंग रूप में विराजमान हैं। यहां भगवान शिव द्वारा धारण किए गए भैंसे के रूप के पिछले भाग की पूजा की जाती है।

केदारनाथ धाम के कपाट हर वर्ष अप्रैल या मई में खोले जाते हैं और भैयादूज पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाते हैं।


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