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स्मार्ट इंडिया हैकथान के ग्रैंड फिनाले का नोडल केंद्र बना आइआइटी आइएसएम

25-26 अगस्त को होने वाले स्मार्ट इंडिया हैकथान (एसआइएच) के ग्रैंड फिनाले के लिए आइआइटी आइएसएम को नोडल केंद्र बनाया गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Aug 2022 04:03 AM (IST)Updated: Fri, 19 Aug 2022 04:03 AM (IST)
स्मार्ट इंडिया हैकथान के ग्रैंड फिनाले का नोडल केंद्र बना आइआइटी आइएसएम
स्मार्ट इंडिया हैकथान के ग्रैंड फिनाले का नोडल केंद्र बना आइआइटी आइएसएम

स्मार्ट इंडिया हैकथान के ग्रैंड फिनाले का नोडल केंद्र बना आइआइटी आइएसएम

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धनबाद : 25-26 अगस्त को होने वाले स्मार्ट इंडिया हैकथान (एसआइएच) के ग्रैंड फिनाले के लिए आइआइटी आइएसएम को नोडल केंद्र बनाया गया है। देशभर के विभिन्न तकनीकी संस्थानों के 113 तकनीकी विशेषज्ञ विभिन्न सरकारी विभागों की समस्याओं का समाधान खोजेंगे। ये सभी स्मार्ट इंडिया हैकथान (एसआइएच) के अंतर्गत एकसाथ विचार-मंथन करेंगे। स्मार्ट इंडिया हैकथान के लिए देशभर में कुल 75 नोडल केंद्र बनाए गए हैं, आइएसएम भी इनमें से एक है। यह कार्यक्रम आइआइटी आइएसएम के केंद्रीय पुस्तकालय भवन में शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल की देखरेख में आयोजित किया जाएगा। इस संबंध में आइआइटी आइएसएम के उपनिदेशक प्रो. धीरज कुमार के नेतृत्व में तैयारी शुरू हो चुकी है। प्रो. धीरज आयोजन समिति के अध्यक्ष भी हैं। डीन इनोवेशन पंकज मिश्रा ने बताया कि 25 अगस्त को सुबह आठ बजे से कार्यक्रम शुरू होगा। इसमें 18 विभिन्न इंजीनियरिंग कालेज के 113 छात्र प्रतिनिधित्व करेंगे। छह सदस्यों की एक टीम होगी और प्रत्येक में कम से कम एक महिला होगी। सभी समस्याओं की पेंचिदगियों के बारे में विवरण प्रस्तुत करेंगे। मेहमान टीमों के साथ कुल 23 संरक्षक होंगे। 113 प्रतिभागियों में 69 पुरुष और 44 महिला उम्मीदवार शामिल हैं।

स्मार्ट इंडिया हैकाथान के एसपीओसी प्रो. अजीत कुमार ने बताया कि हमारे नोडल केंद्र में साफ्टवेयर हिस्से पर छात्र समस्या का समाधान खोजने के लिए कोडिंग तकनीक का उपयोग करेंगे। हैकथान में सभी छह समस्याओं के समाधान किया जाएगा। समस्याओं में केंद्रीय, श्रम और रोजगार मंत्रालय के विभिन्न मुद्दे शामिल होंगे। समस्याओं में शिकायत निवारण तंत्र, मजदूरों के दावों और जरूरतों के लिए मार्गदर्शन प्रणाली, संगठित क्षेत्र में रोजगार ट्रैकिंग और पता लगाने की क्षमता प्रणाली, प्रवासी मजदूरों के लिए रोजगार ट्रैकिंग और ट्रेसबिलिटी सिस्टम, बचाए गए बाल मजदूर के लिए ई बडी और वीवी गिरीस राष्ट्रीय श्रम संस्थान के लिए ज्ञान साझा करने का मंच शामिल है। प्रो.अजीत ने बताया कि 25 को सुबह आठ बजे कार्यक्रम होगा। कोडिंग से संबंधित मुख्य कार्यक्रम सुबह साढ़े नौ बजे से शुरू होगा। छात्र मुख्य स्थल पर 36 घंटे बिताएंगे और समस्या विवरण के लिए साफ्टवेयर समाधान विकसित करेंगे। आयोजन की परिणाम 26 अगस्त को रात साढ़े आठ बजे घोषित किए जाएंगे।


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