हेलीकाप्टर की 46 उड़ानें, 276 श्रद्धालु गए भरमौर से गौरीकुंड
उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा भले ही अभी आधिकारिक तौर पर शुरू नहीं हुई है मगर श्रद्धालु हेली टैक्सी से यात्रा कर रहे हैं।
संवाद सहयोगी, भरमौर : उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा भले ही अभी आधिकारिक तौर पर शुरू नहीं हुई हो लेकिन हेली टैक्सी सुविधा दो दिन से श्रद्धालुओं को मिल रही है। शनिवार को हिमालयन हेली टैक्सी व थंब एविएशन कंपनियों के हेलीकाप्टर की ओर से 46 उड़ानें भरमौर हेलीपैड़ से गौरीकुंड के लिए भरी गई। इन उड़ानों में 276 श्रद्धालु भरमौर से गौरीकुंड गए व वापस आए। शनिवार को हेलीपैड़ पर कई श्रद्धालु यात्रा के लिए पहुंचे।
हेली टैक्सी सुविधा शुरू होने से श्रद्धालु काफी खुश हैं। प्रंघाला नाला में भारी भूस्खलन होने व मार्ग बहाल न होने के कारण श्रद्धालु हेली टैक्सी से ही सफर कर पा रहे हैं। प्रशासन की ओर से हालात को ध्यान में रखते हुए पैदल मार्ग से मणिमहेश यात्रा पर रोक लगाई गई है। हेली टैक्सी के माध्यम से बहुत कम श्रद्धालु यात्रा कर पाते हैं। पैदल यात्रा के दौरान एक दिन में हजारों श्रद्धालु भरमौर से गौरीकुंड व मणिहेश पहुंचते हैं। वहीं, हेली टैक्सी से महज सैकड़ों श्रद्धालु ही पहुंच पाते हैं। हालांकि प्रशासन की ओर से बंद मार्ग को बहाल करवाने की कोशिश की जा रही है ताकि श्रद्धालुओं को पैदल यात्रा करने में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। हेली टैक्सी सेवा दो सितंबर तक जारी रहेगी। भरमौर से गौरीकुंड के लिए हेली टैक्सी की शनिवार को 46 उड़ानें हुई। सैकड़ों श्रद्धालु भरमौर से गौरीकुंड तथा गौरीकुंड से भरमौर पहुंचे। दो कंपनियों के तीन हेलीकाप्टर की सेवाएं मणिमहेश यात्रा से पूर्व मिलनी शुरू हो गई हैं। यात्रा में किसी तरह की बाधा न आए, इसका ध्यान रखा जाएगा।
-असीम सूद, उपमंडल अधिकारी एवं सचिव, मणिमहेश न्यास।